नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच हुई बातचीत के बारे में बहुत विस्तृत जानकारी दी है। इस जानकारी के मुख्य बिंदुओं को नीचे सारांशित किया गया है। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब वैश्विक कूटनीति में इस संघर्ष को लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाएं हो रही हैं, और इसमें भारत की भूमिका पर भी ध्यान केंद्रित हो रहा है।
I had a long conversation with the Prime Minister of India @narendramodi. We discussed in detail all important issues – both of our bilateral cooperation and the overall diplomatic situation. I am grateful to the Prime Minister for his warm words of support for our people.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 11, 2025
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की की बातचीत के मुख्य बिंदु
द्विपक्षीय संबंध और अंतरराष्ट्रीय हालात: दोनों नेताओं ने भारत और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों और मौजूदा अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक हालात पर चर्चा की।
रूस के हमले: जेलेंस्की ने मोदी को यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमलों के बारे में जानकारी दी, जिसमें जापोरिजिया बस स्टेशन पर हुआ हमला भी शामिल था।
शांति और समाधान: जेलेंस्की ने कहा कि भारत यूक्रेन की शांति की कोशिशों का समर्थन करता है और मानता है कि समाधान केवल यूक्रेन की भागीदारी से ही संभव है। वहीं, पीएम मोदी ने संघर्ष के जल्द और शांतिपूर्ण समाधान पर भारत के रुख को दोहराया और शांति के लिए हर संभव योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रतिबंध और आर्थिक दबाव: दोनों नेताओं ने रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों और रूसी ऊर्जा निर्यात को सीमित करने की ज़रूरत पर भी बात की, ताकि रूस की युद्ध जारी रखने की क्षमता को कम किया जा सके।
भविष्य की मुलाकातें: दोनों नेता सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान व्यक्तिगत रूप से मिलने और एक-दूसरे के देशों का दौरा करने की योजना पर सहमत हुए।
समय और संदर्भ: यह बातचीत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को होने वाली मुलाकात से पहले हुई है, जिसमें ट्रंप ने यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते में कुछ इलाकों की अदला-बदली का संकेत दिया था।