धराली: मौसम साफ होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी

देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली में, मौसम साफ होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। रेस्क्यू टीमों और मेडिकल स्टाफ को हेलीकॉप्टरों की मदद से घटनास्थल पर पहुंचाया जा रहा है।

रेस्क्यू ऑपरेशन का विवरण
हेलीकॉप्टर से मदद: मौसम साफ होने के बाद कुल 7 हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी. इनके जरिए, जिला प्रशासन, SDRF, और NDRF के कुल 22 लोग ग्राउंड ज़ीरो पर पहुँचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिले के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुँचे हैं।

सेना के जवानों का रेस्क्यू: 10 सेना के जवानों को धराली से रेस्क्यू किया गया है. इनमें से 2 गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से हायर सेंटर भेजा गया है, जबकि 2 अन्य को सड़क मार्ग से AIIMS ऋषिकेश भेजा जा रहा है. बाकी जवानों का इलाज मातली और जिला अस्पताल में हो रहा है।

नागरिकों का रेस्क्यू: 3 नागरिकों को भी रेस्क्यू किया गया है, जिन्हें इलाज के लिए उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एयरफोर्स की मदद: भारतीय वायुसेना के 2 चिनूक हेलीकॉप्टर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुँच चुके हैं. इनसे NDRF के 50 जवानों और उपकरणों को ग्राउंड ज़ीरो पर भेजने की तैयारी है।

राहत दलों की तैनाती:

राजपुताना रायफल्स के 150 और घातक बटालियन के 12 जवान ग्राउंड ज़ीरो पर राहत कार्य में लगे हैं।

ITBP के 100 जवान भी मौके पर मौजूद हैं।

SDRF की टीमें भी अलग-अलग जगहों पर तैनात हैं।

सेना के 40 जवान पैदल ही नेलांग से रवाना हुए हैं और 50 जवानों की मेडिकल टीम टेकला तक पहुँच गई है।

सड़कें खोलने का काम: रास्ते बंद होने की वजह से कई रेस्क्यू दल फँसे हुए हैं. इन्हें खोलने का काम युद्धस्तर पर जारी है ताकि बाकी टीमें भी जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुँच सकें।

मेडिकल सुविधाएं

विशेषज्ञ टीमें: दून मेडिकल कॉलेज से 11 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम और स्वास्थ्य विभाग के 5 विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल के लिए भेजी गई है।

मानसिक स्वास्थ्य सहायता: मनोचिकित्सकों की एक टीम भी रवाना की गई है।

एंबुलेंस और बेड: 25 एंबुलेंस तैयार हैं। साथ ही, अलग-अलग अस्पतालों में 65 ICU बेड और 270 जनरल बेड आरक्षित रखे गए हैं।

यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति पर आधारित है. रात और बचाव कार्य पूरी गति से जारी है।