ये देसी स्ट्रीट फूड्स खाने से बना रहेगा बेहतर डाइजेशन

देसी स्ट्रीट फूड्स
देसी स्ट्रीट फूड्स

भारत में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे खाने-पीने का शौक नहीं होगा। यहां पर खाने की दीवानगी तो इस हद तक देखी जाती है कि हर कोई स्ट्रीट फूड को खाना पसंद करता है। जब भी बात स्ट्रीट फूड की होती है तो हमारे जहन में अक्सर मसालेदार, चटपटा और सेहत के लिए नुकसानदेह खाना ही आता है। लोग मानते हैं कि ये स्वाद तो देते हैं लेकिन सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। खासकर, इससे डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ देसी स्ट्रीट फूड ऐसे भी हो सकते हैं जो न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि पेट के लिए फायदेमंद भी भारत जैसे देश में जहां हर गली, हर मोड़ पर कुछ न कुछ खाने को मिल जाता है, वहां कुछ ऐसे स्ट्रीट फूड भी मौजूद हैं जो पेट की सेहत को बेहतर बना सकते हैं। इनमें इस्तेमाल होने वाले देसी मसाले, दही, अंकुरित अनाज और खट्टी चीजें न सिर्फ टेस्ट बढ़ाते हैं, बल्कि गैस, ब्लोटिंग और भारीपन जैसी समस्याओं में राहत भी देते हैं। हालांकि, इन्हें संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको उन देसी स्ट्रीट फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी सेहत को फायदा पहुंचा सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।

गोलगप्पे

गोलगप्पे
गोलगप्पे

गोलगप्पे को पानी पूरी भी कहा जाता है। इसका तीखा पानी जीरा, पुदीना, हींग और इमली से बना होता है। ये गैस कम करने और डाइजेशन सुधारने में मदद करता है। ऐसे में आप इसे लिमिट में खा सकते हैं। हालांकि, आप जब भी इसे खाने का सोचें तो ऐसी जगह पर ही जाएं जहां साफ-सफाई का ध्यान रखा गया हो और ताजे पानी का इस्तेमाल क?िया जाता हो।

ढोकला

ढोकला एक गुजराती डिश है। इसे बेसन से बनाकर तैयार किया जाता है। इसे भाप में पकाया जाता है। इसमें प्रोबायोटिक होते हैं, जो डाइजेशन के लिए अच्छे होते हैं। ये एक हल्का, कम फैट वाला और आसानी से डाइजेस्ट होने वाला नाश्ता है। इसे आप आसानी से बना सकते हैं।

मूंग दाल चाट

अंकुरित मूंग या भुनी हुई मूंग दाल के साथ बनी ये चाट फाइबर, प्रोटीन और ताजे सब्जियों से भरपूर होती है। ये न केवल खाने में स्वादिष्ट होती है बल्कि पेट के लिए भी हल्की और फायदेमंद होती है। अगर आप इसे खाते हैं तो फाइबर से भरपूर होने के कारण ये आपके पेट को भी लंबे समय तक के लिए भरा रखती है। इससे वजन कम करना आसान हो जाता है।

भुट्टा

कोयले पर भुना हुआ भुट्टा, नींबू और चाट मसाले के साथ खाया जाता है। ये भी फाइबर से भरपूर होता है। इसे खाने से कब्ज से राहत मिलती है। खास बात तो ये है क?ि ये बिना तेल के होता है।

मिसल पाव

मिसल पाव में अंकुरित बीन्स होती है। ये फाइबर और प्रीबायोटिक से भरपूर होती है। बताया जाता है कि ये पेट के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करती है। इस कारण डाइजेशन बेहतर होता है। साथ ही ये आपको ओवरईटिंग से भी बचाती है।

इन बातों का रखें ध्यान

साफ-सफाई वाले स्टॉल से ही खाएं
ज्यादा ऑयली चीजों को खाने से बचें
सीमित मात्रा में ही खाएं, संतुलन जरूरी है

यह भी पढ़ें : जोधपुर हाउस में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत किया पौधरोपण