नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों के लिए मतदाता सूची की समीक्षा के दौरान चुनाव आयोग घर-घर सत्यापन करने पर विचार कर रहा है। बता दें लंबे समय से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव चुनाव आयोग से चुनावों में गड़बड़ी के आरोप लगाते आ रहे हैं। दरअसल, बिहार मतदाता सूचियों में मतदाताओं के नाम जोडऩे या हटाने को लेकर बार-बार चिंता जताई गई है।
इसी को ध्यान में रखते हुए आयोग ने बार-बार यह जोर दिया है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि केवल वास्तविक और पात्र नागरिकों का ही मतदाता सूचियों में नाम शामिल हो। चुनाव आयोग अब बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाता सूचित को दुरुस्त करने में जुट गया है।
मतदाता सूची का नियमित पुनरीक्षण पूरे देश में प्रतिवर्ष किया जाता है और चुनाव आयोग द्वारा चुनावों-उपचुनावों के आयोजन से पहले भी यह किया जाता है. मतदाता सूचियों को लगातार अपडेट करने की आवश्यकता विभिन्न कारणों से उत्पन्न होती है।