नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि चुनाव आयोग सभी राजनीतिक दलों को समान मानता है। उन्होंने बताया कि आयोग न तो झूठे आरोपों से डरता है और न ही मतदाता इनसे प्रभावित होते हैं। विपक्षी दलों की ओर से लगाए जा रहे तमाम आरोपों के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को एक प्रेस वार्ता में अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया बिहार में शुरू हो गई है। उन्होंने यह भी चिंता व्यक्त की कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेताओं तक जिला पार्टी कार्यकर्ताओं की सही बात नहीं पहुंच रही है, या फिर जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मतदाताओं की अनुमति के बिना उनकी तस्वीरों का उपयोग करने की शिकायतें भी मिली हैं, लेकिन आयोग मतदाताओं के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा और चुनावों को पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न कराएगा।
ज्ञानेश कुमार ने जोर देकर कहा कि सभी राजनीतिक दल चुनाव आयोग में पंजीकरण के बाद ही अस्तित्व में आते हैं, इसलिए आयोग उनके बीच भेदभाव नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि अब तक 1.6 लाख बूथ स्तर के एजेंटों ने एक मसौदा सूची तैयार की है, जिसे सभी राजनीतिक दलों के बूथ एजेंटों ने हस्ताक्षर करके सत्यापित किया है। मतदाताओं ने कुल 28,370 दावे प्रस्तुत किए हैं।