रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 9 अगस्त को मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के प्यार और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। इस त्योहार पर मिठाइयां खूब खरीदी जाती हैं। ऐसे में बाजार में मिलावटी मिठाइयों की भरमार हो जाती है। मिलावटी मिठाइयां सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं। नकली मिठाई खाने से फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है। इसलिए जरूरी है कि मिठाइयां लेने से पहले आप उनकी शुद्धता की जांच कर लें। मिलावटी मिठाइयों का पता लगाने के लिए आप 5 टिप्स की मदद ले सकते हैं।
त्योहारों के समय मिठाइयों में मुनाफा कमाने के लिए दूध, घी, चीनी और ड्राई फ्रूट्स में खूब मिलावट की जाती है। इनकी जगह केमिकल, हानिकारक रंग और सस्ते तेल का इस्तेमाल करते हैं, जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं, जैसे- दूध की जगह डिटर्जेंट पाउडर, घी की जगह वेजिटेबल ऑयल तेल या पाम ऑयल, चीनी की जगह सस्ती मिठास वाले केमिकल और कलरिंग के लिए हानिकारक डाई का खूब इस्तेमाल होता है, जिनके कारण सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है।
कैसे करें नकली मिठाई की पहचान?
रंग और चमक पर ध्यान दें- अगर मिठाई का रंग बहुत ब्राइट या अननेचुरल लगे, तो समझ जाइए कि इसमें केमिकल कलर मिला हो सकता है। असली मिठाई का रंग हल्का और नेचुरल होता है।
मिठाई को पानी में घोलकर देखें- कुछ मिठाइयों जैसे खोए और मावा में डिटर्जेंट मिला होता है। अगर आप मिठाई के एक टुकड़े को गर्म पानी में घोलें और झाग बनने लगे, तो यह डिटर्जेंट की मिलावट का संकेत है।
घी की शुद्धता की जांच- अगर मिठाई में घी की जगह वनस्पति तेल मिला हो, तो उसकी गंध और स्वाद अलग होगा। शुद्ध घी से बनी मिठाई में घी और चीनी की सुगंध होती है और वह ज्यादा चिकनी नहीं लगती।
चीनी की जगह मिलावटी मिठास- कुछ मिठाइयों में चीनी की जगह सस्ते स्वीटनर या केमिकल मिले होते हैं, जिनका स्वाद कड़वा या मेटलिक हो सकता है। असली चीनी से बनी मिठाई का स्वाद साफ और स्वादिष्ट होता है।
पैकेट वाली मिठाइयों पर लेबल चेक करें- अगर आप पैक्ड मिठाई खरीद रहे हैं, तो उस पर स्नस्स््रढ्ढ का मार्क, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर देखें।
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