सर्दियों के मौसम में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का डर, शोध में खुलासा

पिछले कई महीनों से दुनियभर में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। अब दुनिया के कई देशों ने लोगों को छूट देने के साथ सावधानी बरतनें की सलाह देते हुए चीजों को खोलना शुरू किया है। लेकिन अब सबके बीच एक सवाल घूम रहा है कि क्या सर्दी के मौसम में कोरोना वायरस कितना खतरनाक हो जाएगा या इसके आंकड़ों का स्तर क्या रहेगा। वहीं, अमेरिका में कोरोना वायरस का संक्रमण पिछले एक महीने से ज्यादा के दौरान बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण तेजी लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं।

सर्दियों के दौरान बढ़ सकता है कोरोना वायरस का खतरा

विश्वभर कोरोना वायरस की मार पिछले कई महीनों से झेल रहा है और अब तक करीब 4 करोड़ मामले सामने आ गए हैं। तो वहीं अब सर्दी के मौसम में ये कितना खतरनाक होगा इसको समझना थोड़ा मुश्किल हो गया है।

आपको बता दें कि अमेरिका में 7 दिनों में औसत के साथ रोजाना के 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जिसको लेकर कई बड़े देश इस बारे में चिंतित हो गए हैं। इसके अलावा एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि आने वाले सर्दियों के दिनों में कोरोना वायरस और भी तेजी से अपने पैर पसारेगा जिसकी चपेट में बड़ी संख्या हो सकती है। इस शोध के खुलासे के बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे बचाव का सबसे बेहतरीन तरीका है कि आप सामाजिक दूरी का लगातार पालन करते रहें।

सर्दियों के मौसम में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का डर, शोध में खुलासा

रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स के कारण बढ़ेगा संक्रमण

नैनो लेटर्स जर्नल में प्रकाशित इस नए शोध के मुताबिक, सर्दियों में ये वायरस ज्यादा लंबे समय तक सतहों और वातावरण में टिके रह सकते हैं, जिसका मुख्य कारण होगा रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स। रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स के कारण सर्दियों में ये आसानी से कई लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। जिसे लेकर संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, शोध में सामने आया कि गर्मियों के दौरान एरोसोल के कणों के कारण ये आसानी से फैलते थे जबकि सर्दियों में ड्रॉप्लेट्स के जरिए फैल सकेंगे।

सामाजित दूर है जरूरी

शोधकर्ताओं का कहना है कि नए किए गए शोध के अनुसार कम तापमान और ज्यादा नमी वाले हिस्से पर कोरोना वायरस जमीन के संपर्क में आने से पहले 6 फीट का सफर कर रहे हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस वायरस से हमे तब तक सावधान रहना है जब तक इसकी सही वैक्सीन न बन जाए, जिस पर काम चल रहा है।

इसलिए जरूरी है कि हम सभी इस वायरस से लडऩे के लिए सामाजिक दूरी का लगातार पालन करते रहें, जो हर किसी के लिए जरूरी है। अगर आप सामाजिक दूरी का ख्याल नहीं रखते तो इससे आंकड़ों में तेजी आ सकती है और हालात गंभीर बन सकते हैं। इसके अलावा वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि सामाजिक दूरी के साथ हमे मास्क और बार-बार हाथ धोने का ख्याल भी रखना है जो एक जरूरी प्रक्रिया है खुद को इस वायरस से बचाने का।

कोरोना के आंकड़े बढऩे का है अनुमान

सर्दियों में कोरोना वायरस के बढऩे पर हमने बात की पारस हॉस्पिटल के चीफ ऑफ चेस्ट इंस्टीट्यूट एंड रेस्पिरेटरी मेडिसिन, डॉक्टर अरुणेश कुमार से जिन्होंने ये बताया कि सभी एक्सपर्ट्स ये मानकर चल रहे हैं कि आने वाले सर्दियों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलेगा, जिसकी चपेट में कई लोग आ सकते हैं।

डॉक्टर अरुणेश कुमार ने बातचीत के दौरान बताया कि कैसे सर्दी के दौरान हमारे रेस्पिरेटरी ड्रॉप्लेट्स से ये संक्रमण फैल सकता है और ये इन ड्रॉप्लेट्स में ज्यादा देर तक टिके रह सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सभी को सावधानी बरतनी चाहिए।