विशेष आमंत्रण पर तिआनजिन पहुंचे एफआईपीएससी के सदस्यों ने पीएम मोदी के स्वागत में बिछाए पलक पावड़े
बीजिंग। शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे पीएम मोदी के तिआनजिन एयरपोर्ट के वीआईपी लॉन्ज में पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पहुंचे चीन में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के साथ फोरम ऑफ इंडियन प्रोफेशनल्स इन साउथ चाइना (FIPSC) का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ जो बीजिंग स्थित भारतीय दूताावास के विशेष आमंत्रण पर एफआईपीएससी शेन्ज़ेन और ग्वांगझोउ के वरिष्ठ सदस्यों पूरन एल. जेसवानी, ललित शर्मा और संतोष (सैंटी) पटेल के नेतृत्व में यहां पहुंचा था। बता दे फोरम ऑफ इंडियन प्रोफेशनल्स इन साउथ चाइना यानि एफआईपीएससी दक्षिण चीन में बसे राजस्थानी प्रवासियों का एक संगठन है जिसमें प्रमुख रूप से जयपुर और अजमेर के राजस्थानी प्रवासी शामिल हैं।
यात्रा के एक दिन पहले पहुंचे टीम के सदस्य
एफआईपीएससी शेन्ज़ेन और ग्वांगझोउ के वरिष्ठ सदस्यों पूरन एल. जेसवानी ने बताया कि एफआईपीएससी की इस टीम में सपना, डॉ. सीके, नीरज शर्मा, हिमांशु पटेल, महेंद्र, भारव जोशी, गिरीश बद्दूर और गिरीश बद्दूर, आशीष, अनिल मुकंदे और अनिल पांडे भी शामिल रहे। टीम के सभी सदस्य स्वागत मुख्य कार्यक्रम से एक दिन पहले तियानजिन पहुंच गए थे।
भारत माता की जय के जोशीले नारों से पीएम मोदी का स्वागत
पूरन एल. जेसवानी ने आगे बताया कि 30 अगस्त को शाम 6:45 बजे जैसे ही प्रधानमंत्री ने एयरपोर्ट की वीआईपी लॉन्ज में प्रवेश किया तो उत्सुकता से इंतेजार कर रहे प्रवासी भारतीयों ने उनकी पहली झलक देखते ही उनके स्वागत में भारत माता की जय, वन्दे मातरम जैसे जोशीले देशभक्ति नारे लगाए तो पूरे एयरपोर्ट का माहौल देशभक्ति मय हो गया।
आत्मीयता से मिले पीएम मोदी, बच्चों को दुलारा
जेसवानी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों से प्रधानमंत्री पूरी सादगी और आत्मीयता से मिले। उनका अपनापन देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कोई घर का सदस्य अपने लोगों के बीच आया हो। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सभी भारतीयों का हाथ मिलाकर अभिवादन किया, साथ ही सभी से बातचीत की और बच्चों को दुलार किया। वहां मौजूद हर शख्स के लिए अभिभूत करने वाला यह ऐतिहासिक क्षण यादगार बन गया जो हमेशा के लिए स्मृति में ताजा रहेगा।
भारतीय संगीत कला के प्रदर्शन से चीनी कलाकारों ने किया प्रभावित
सभी से मुलाकात के बाद पीएम मोदी जैसे ही आगे बढ़े तो चीन के हुनरमंद कलाकारों ने लाइव परफोर्मेंस से अपनी अनूठी संगीत कला से काफी प्रभावित किया। दरअसल, चीनी कलाकारों ने सितार और तबला जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर भारतीय पारंपरिक और शास्त्रीय संगीत की धुनें बजाईं। पीएम मोदी ने उन्हें बड़ी गहराई और गंभीरता से सुना। इसके बाद उन्होंने दक्षिण भारतीय नृत्य की प्रस्तुतियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और संगीत कला को जीवंत कर दिया। चीनी कलाकारों के बीच भारतीय संगीत का इतना प्रेम और प्रभाव देखकर पीएम मोदी भी मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सके। पीएम ने कलाकारों की जमकर प्रशंसा की।
मीडिया चैनल्स ने लिए इंटरव्यू, टीम का मनोबल बढ़ा
जेसवानी ने बताया कि हमारा आत्मविश्वास और मनोबल उस वक्त और बढ़ गया जब मीडिया चैनल्स के बीच हमसे बातचीत की हौड़ मच गई। हम अचंभित थे कि पीएम मोदी के स्वागत के बाद मीडिया रिपोटर्स हमारे इंटरव्यू के माध्यम से हमारे पीएम मोदी के स्वागत कार्यक्रम के अनुभव जानने के लिए उत्सुक दिखे। यह हमारी टीम के सदस्यों के लिए अभिभूत करने वाला अनुभव था। टीम के कई सदस्यों ने व्यक्तिगत साक्षात्कार दिए। पीएम मोदी का जनाधार और लोकप्रिया का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि उनसे जो मिलता है वह भी चर्चा का विषय बन जाता है।
दोनों देशों के बीच होगी नए अध्याय की शुरुआत: जेसवानी
जेसवानी ने पीएम मोदी की ऐतिहासिक चीन यात्रा के स्वागत कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए जेसवानी ने बताया यह वाकई एक अभिभूत और जोश से भर देने वाला क्षण था जिसे देखना कुछ ही लोगों के भाग्य में होता है। हमारे लिए गर्व और सम्मान की बात है कि हमें पीएम मोदी का स्वागत और इतने करीब से बातचीत का मौका मिला। भारत और चीन के संबंधों पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की य़ात्रा से दुनिया के दो सबसे बड़े और ताकतवर देशों के बीच नए अध्याय की शुरुआत करेगी। हमें विश्वास है कि ये सकारात्मक संबंध और भी प्रगाढ़ होते रहेंगे। पीएम मोदी की यात्रा से चीन और भारत के सांस्कृतिक, सामरिक और व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।