नई दिल्ली। जुलाई 2025 में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह बढ़कर ₹1.96 लाख करोड़ हो गया है, जो सालाना आधार पर 7.5% की बढ़ोतरी दर्शाता है। पिछले साल जुलाई 2024 में यह संग्रह ₹1.82 लाख करोड़ था।
GST महानिदेशालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 का GST संग्रह जून 2025 के ₹1.84 लाख करोड़ से ₹11,000 करोड़ अधिक है।
जुलाई के GST संग्रह का ब्योरा:
एकीकृत GST (IGST): ₹99,250 करोड़
केंद्रीय GST (CGST): ₹33,450 करोड़
राज्य GST (SGST): ₹41,600 करोड़
उपकर: ₹21,700 करोड़
रिफंड में वृद्धि:
जुलाई में रिफंड 66.8% बढ़कर ₹27,147 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले यह ₹16,275 करोड़ था।
आयात और घरेलू रिफंड में बढ़ोतरी:
GST महानिदेशालय के आंकड़ों से पता चलता है कि आयात से प्राप्त IGST में 10.3% की वृद्धि हुई है, जो मजबूत सीमा-पार व्यापार का संकेत देता है। घरेलू रिफंड में 117.6% की प्रभावशाली वृद्धि हुई, जबकि निर्यात-संबंधी रिफंड में 20% की वृद्धि दर्ज की गई। यह आंकड़े निरंतर आर्थिक गतिविधि और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर अनुपालन को दर्शाते हैं।
GST संग्रह का रुझान:
यह लगातार सातवां महीना है जब GST संग्रह ₹1.8 लाख करोड़ से ऊपर रहा है। हालांकि, यह वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में प्राप्त ₹2.1 लाख करोड़ के औसत से कम है। अप्रैल में सकल GST राजस्व संग्रह ₹2.37 लाख करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने GST को लागू हुए 8 साल पूरे हो गए हैं। यह देश में 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया था।