नई दिल्ली। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता दिलाने के उद्देश्य से ‘बरनी से आजादी ‘BarniSeAzadi’ नामक अभियान का पांचवा संस्करण शुरू किया है। इस अभियान का मुख्य उदृेश्य महिलाओं को बचत के पारंपरिक तरीकों, जैसे घर पर पैसे इकट्ठा करके रखना, से हटकर म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है। HDFC AMC के एमडी और सीईओ नवनीत मुनोत ने बताया कि यह अभियान अब एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है,जो महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। नवनीत मुनोत, तात्विक आयुर्वेद की एमडी रिमझिम सैकिया, दिशा क्लोदिंग की फाउंडर दिशा गर्ग और स्लिमिंग वर्ल्ड की फाउंडर प्रतिभा शर्मा जैसी प्रेरणादाई महिलाएं भी अभियान में शामिल हुईं, इन्होंने भी महिलााओं के लिए निवेश स्वतंत्रता जैसी पहल का समर्थन किया।
इस पहल से बढ़ेगी निवेश करने की क्षमता
‘बरनी से आजादी ‘BarniSeAzadi’ पहल के पीछे एचडीएफसी म्यूचुअल फंड का मानना है कि बरनी में पैसा रखना जैसे परंपारिक तरीकों में मुद्रास्फीति (inflation) का मुकाबला करने की क्षमता नहीं होती। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पैसे को बढ़ने का मौका मिलता है, जिससे महिलाएं अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकती हैं और सही मायने में आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकती हैं।
सपने करो आजाद फिल्म के मिलेगी निवेश की प्रेरणा
अभियान के तहत, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड एक फिल्म, ‘सपने करो आजाद’, के जरिए एक ऐसी महिला की कहानी दिखाता है जो अपनी मां से सीख लेकर पैसे बचाती है। हालांकि, वह अपनी मां की अधूरी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए बचत के बजाय सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करना शुरू करती है और अंततः अपनी मां के सपने को साकार करती है।
नुक्कड़ नाटक से बढ़ाएंगे जागरुकता
इस अभियान को और अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने नुक्कड़ नाटक (street theatre) भी आयोजित करने की योजना बनाई है। यह अभियान महिलाओं के बीच वित्तीय साक्षरता और निवेश के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है।