HDFC म्यूचुअल फंड की टॉप 5 स्कीम ऐसी हैं जिन्होंने पिछले 5 सालों में निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। फंड की कुछ टॉप स्कीम्स ने इसे हकीकत में बदलकर दिखाया है। इस फंड हाउस की इक्विटी कैटेगरी में शामिल पांच स्कीम ऐसी हैं, जिसने पिछले पांच साल में निवेशकों का पैसा 3 से 4 गुना बढ़ा दिया है। इन स्कीम्स ने एसआईपी (SIP Return) करने वाले निवेशकों को भी 31% तक का सालाना रिटर्न दिया है। इन स्कीम में एचडीएफसी इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड, एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड, एचडीएफसी मिडकैप फंड, एचडीएफसी फोकस्ड फंड और एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड का नाम शामिल हैं।
1. एचडीएफसी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड – डायरेक्ट प्लान
इस सेक्टोरल फंड ने पिछले पांच वर्षों में निवेशकों को 36.81% का CAGR रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने स्कीम की शुरुआत में इसमें ₹1 लाख का एकमुश्त (lump sum) निवेश किया होता तो आज उसके फंड की वैल्यू बढ़कर ₹4.79 लाख है। यानी इस स्कीम ने पिछले 5 साल में ही निवेशकों का पैसा 4 गुना से ज्यादा बढ़ा दिया है। इस स्कीम में SIP करने वाले निवेशकों का पैसा हर साल 31.14% की दर से बढ़ा है।
मुख्य विवरण (Key Details)
- लॉन्च तिथि: 1 जनवरी 2013 को।
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): 31 जुलाई 2025 तक, इस फंड का AUM ₹2,539.90 करोड़ है।
- व्यय अनुपात (Expense Ratio): यह डायरेक्ट प्लान के लिए 1.08% है। यह फंड को मैनेज करने की लागत है।
- न्यूनतम निवेश: आप ₹100 की SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) या ₹100 का एकमुश्त (lump-sum) निवेश शुरू कर सकते हैं।
- निवेश रणनीति और पोर्टफोलियो
यह फंड मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करता है जो इंफ्रास्ट्रक्चर से सीधे जुड़ी हुई हैं। इसके पोर्टफोलियो में तीन मुख्य प्रकार की कंपनियां शामिल हैं: - एसेट फाइनेंसर (Asset Financiers): जैसे कि बैंक और इंफ्रास्ट्रक्चर को फाइनेंस करने वाली कंपनियाँ।
- एसेट क्रिएटर्स (Asset Creators): जैसे कि इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनियाँ।
- एसेट ओनर्स/डेवलपर्स (Asset Owners/Developers): वे कंपनियाँ जो इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की मालिक या डेवलपर हैं।
इस फंड के कुछ प्रमुख निवेश (टॉप होल्डिंग्स) हैं:
- ICICI Bank Ltd.
- HDFC Bank Ltd.
- Larsen & Toubro Ltd.
- J Kumar Infraprojects Ltd.
जोखिम और प्रदर्शन (Risk & Performance)
जोखिम (Risk): यह एक ‘बहुत उच्च जोखिम’ (Very High Risk) वाली स्कीम है क्योंकि यह एक विशेष सेक्टर में निवेश करती है। इसमें बाज़ार की अस्थिरता का खतरा अधिक होता है।
एक्जिट लोड (Exit Load): यदि आप निवेश करने के 30 दिनों के भीतर अपने यूनिट्स को निकालते हैं, तो 1% का एक्जिट लोड लगता है। 30 दिनों के बाद कोई एक्जिट लोड नहीं लगता।
2. एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड- डायरेक्ट प्लान
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की एक इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम है। यह एक ओपन-एंडेड स्कीम है जो मुख्य रूप से स्मॉल-कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करती है।
मुख्य उद्देश्य:
इस फंड का मुख्य उद्देश्य स्मॉल-कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करके निवेशकों को लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि प्रदान करना है।
निवेश की रणनीति:
यह फंड मुख्य रूप से उन स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश करता है जिनमें विकास की अच्छी संभावनाएं, मजबूत वित्तीय स्थिति, टिकाऊ बिजनेस मॉडल और उचित मूल्यांकन होता है। सेबी (SEBI) के नियमों के अनुसार, इस फंड को अपने एसेट का कम से कम 65% स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश करना अनिवार्य है।
प्रमुख विवरण (21 अगस्त 2025 तक):
- एनएवी (NAV): ₹162.42
- एयूएम (AUM): ₹36,353.10 करोड़ (31 जुलाई 2025 तक)
- एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio): 0.71%
- न्यूनतम निवेश: ₹100 से शुरू (एसआईपी और एकमुश्त दोनों के लिए)
- एग्जिट लोड: यदि आप यूनिट को 1 साल के भीतर रिडीम या स्विच-आउट करते हैं तो 1% एग्जिट लोड लगेगा। 1 साल के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं है।
- जोखिम: यह एक बहुत ही उच्च जोखिम वाला फंड है।
रिटर्न (21 अगस्त 2025 तक):
- 1 साल का रिटर्न: 3.20%
- 3 साल का रिटर्न: 25.76% (CAGR)
- 5 साल का रिटर्न: 31.86% (CAGR)
- शुरुआत से रिटर्न: 20.17% (CAGR, 1 जनवरी 2013 से)
पोर्टफोलियो होल्डिंग्स (कुछ प्रमुख कंपनियां):
- फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस
- एस्टेर डीएम हेल्थकेयर
- ई-क्लर्क सर्विसेज
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- गेब्रियल इंडिया
महत्वपूर्ण जानकारी:
- स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश उच्च जोखिम भरा होता है क्योंकि ये कंपनियां मिड-कैप या लार्ज-कैप कंपनियों की तुलना में अधिक अस्थिर हो सकती हैं।
- यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। निवेश का निर्णय लेने से पहले, किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना उचित है।
- पिछला प्रदर्शन भविष्य में भी जारी रहेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है।
3. एचडीएफसी मिड-कैप फंड – डायरेक्ट प्लान
एक इक्विटी म्यूचुअल फंड योजना है, जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से मिड-कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करके लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि प्रदान करना है।
मुख्य विशेषताएँ:
- फंड का प्रकार: ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम।
- निवेश रणनीति: यह मुख्य रूप से मिड-कैप शेयरों में निवेश करता है, जिसमें न्यूनतम 65% निवेश मिड-कैप शेयरों में होता है।
- जोखिम स्तर: यह एक बहुत ही उच्च जोखिम वाली योजना मानी जाती है।
- फंड मैनेजर: चिराग सेतलवाड।
- प्रारंभ तिथि: 1 जनवरी 2013।
प्रदर्शन और रिटर्न (नवीनतम उपलब्ध जानकारी के आधार पर):
- एनएवी (NAV): ₹214.33 (21 अगस्त 2025 तक)।
- एयूएम (AUM): ₹83,847.39 करोड़ (31 जुलाई 2025 तक)।
- एक्सपेंस रेश्यो: 0.74% (31 जुलाई 2025 तक)।
- निष्कासन भार (Exit Load): यदि आप आवंटन की तारीख से 1 वर्ष के भीतर यूनिट्स को बेचते हैं, तो 1% का एक्जिट लोड लगता है। 1 वर्ष के बाद कोई एक्जिट लोड नहीं लगता है।
रिटर्न (पिछले कुछ वर्षों के आधार पर):
- 5 वर्ष का रिटर्न (CAGR): 30.14% तक।
- लॉन्च के बाद से रिटर्न (CAGR): 21.22% तक।
निवेश:
- न्यूनतम एसआईपी (SIP) निवेश: ₹100 से शुरू।
- न्यूनतम एकमुश्त (Lumpsum) निवेश: ₹100 से शुरू।
टैक्स निहितार्थ:
- 1 वर्ष से पहले निकासी: शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) पर 15% टैक्स।
- 1 वर्ष के बाद निकासी: लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) पर ₹1 लाख से अधिक के लाभ पर 10% टैक्स।
पोर्टफोलियो:
- यह फंड विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करता है, जिसमें वित्तीय, स्वास्थ्य सेवा, ऑटोमोबाइल और प्रौद्योगिकी प्रमुख हैं।
4. एचडीएफसी मिड-कैप फंड – डायरेक्ट प्लान
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड द्वारा पेश की गई एक इक्विटी म्यूचुअल फंड योजना है। यह फंड मुख्य रूप से मिड-कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है।
प्रमुख विशेषताएँ:
- फंड का उद्देश्य: इस फंड का उद्देश्य मिड-कैप कंपनियों के एक विविध पोर्टफोलियो में निवेश करके दीर्घकालिक पूंजी में वृद्धि करना है।
- जोखिम: यह एक “बहुत उच्च जोखिम” (Very High Risk) वाली योजना है।
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): फंड का आकार ₹83,847.39 करोड़ (21 अगस्त, 2025 तक)।
- व्यय अनुपात (Expense Ratio): लगभग 0.70% से 0.75%।
- एग्जिट लोड: यदि आप यूनिट आवंटन की तारीख से 1 वर्ष के भीतर रिडीम करते हैं, तो 1% का एग्जिट लोड लगता है। 1 वर्ष के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं लगता है।
- न्यूनतम निवेश: आप एकमुश्त निवेश और एसआईपी (SIP) दोनों के माध्यम से ₹100 से निवेश शुरू कर सकते हैं।
- बेंचमार्क: NIFTY Midcap 150 Total Return Index (TRI)।
फंड का प्रदर्शन (21 अगस्त, 2025 तक):
- लॉन्च के बाद से रिटर्न (CAGR): लगभग 21.22%।
- 3 साल का CAGR रिटर्न: लगभग 26.35%।
- 5 साल का CAGR रिटर्न: लगभग 30.14%।
पोर्टफोलियो होल्डिंग्स (30 जुलाई, 2025 तक):
- शीर्ष क्षेत्र:
- फाइनेंशियल (Financial): 21.20%
- हेल्थकेयर (Healthcare): 11.99%
- ऑटोमोबाइल (Automobile): 10.31%
- सर्विसेज (Services): 9.27%
- टेक्नोलॉजी (Technology): 8.10%
- शीर्ष होल्डिंग्स (कंपनियां):
- मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड
- द फेडरल बैंक लिमिटेड
- कोफोर्ज लिमिटेड
- बालकृष्ण इंडस्ट्रीज लिमिटेड
5. एचडीएफसी फोकस्ड फंड – डायरेक्ट प्लान
यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जो अधिकतम 30 कंपनियों के शेयरों में निवेश करती है। इसका मुख्य उद्देश्य लंबी अवधि में पूंजी में वृद्धि (long-term capital appreciation) करना है। इस फंड में निवेश का जोखिम बहुत ज़्यादा (Very High) होता है, इसलिए यह उन निवेशकों के लिए सही है जो ज़्यादा जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं और जिनका निवेश का नज़रिया लंबा है (कम से कम 5 साल)।
मुख्य विवरण
- फंड हाउस: एचडीएफसी म्यूचुअल फंड
- लॉन्च की तारीख: 1 जनवरी, 2013
- फंड मैनेजर: रोशि जैन और ध्रुव मुच्छल
- एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM): ₹21,456.24 करोड़ (जुलाई 2025 तक)
- एक्सपेंस रेश्यो: 0.59% (यह डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेश्यो है, जो रेगुलर प्लान से कम होता है)
निवेश और रिटर्न
- मिनिमम निवेश: आप ₹100 से SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और एकमुश्त (lump sum) दोनों तरह से निवेश शुरू कर सकते हैं।
- एनुअलाइज्ड रिटर्न (5 साल): 29.01% (21 अगस्त, 2025 तक)
- लॉन्च के बाद से रिटर्न: 16.04%
पोर्टफोलियो
यह फंड मुख्य रूप से फाइनेंसियल सर्विसेज, कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी और हेल्थकेयर जैसे सेक्टरों में निवेश करता है। इसके कुछ प्रमुख होल्डिंग्स में ICICI बैंक, HDFC बैंक, एक्सिस बैंक, SBI और कोटक महिंद्रा बैंक जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं।
एग्जिट लोड
अगर आप यूनिट्स को निवेश करने के 365 दिनों के भीतर रिडीम या स्विच-आउट करते हैं, तो 1% का एग्जिट लोड लगता है। 365 दिनों के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं लगता।
5.एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड – डायरेक्ट प्लान
फंड का प्रकार और उद्देश्य
एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड – डायरेक्ट प्लान एक ओपन-एंडेड डायनामिक इक्विटी स्कीम है। इसका मुख्य उद्देश्य लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करके पूंजी में वृद्धि करना है। चूँकि यह एक फ्लेक्सी-कैप फंड है, इसलिए फंड मैनेजर बाजार की स्थितियों के आधार पर किसी भी मार्केट कैप (लार्ज, मिड या स्मॉल) में निवेश कर सकता है। इससे फंड को बाजार की अस्थिरता से निपटने और अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलती है।
मुख्य विवरण
- फंड हाउस: एचडीएफसी म्यूचुअल फंड
- लॉन्च तिथि: 1 जनवरी 2013 (डायरेक्ट प्लान)
- फंड का आकार (AUM): लगभग ₹80,642 करोड़ (31 जुलाई 2025 तक)
- जोखिम स्तर: बहुत अधिक (Very High)
- बेंचमार्क इंडेक्स: निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY 500 TRI)
- एक्सपेंस रेश्यो: 0.72% (यह रेगुलर प्लान की तुलना में कम होता है, जिसका मतलब है कि आपके निवेश का एक बड़ा हिस्सा आपके लिए काम करता है)।
- एग्जिट लोड: यदि आप यूनिट्स को आवंटन की तारीख से 1 वर्ष के भीतर रिडीम/स्विच-आउट करते हैं तो 1% का एग्जिट लोड लगता है। 1 वर्ष के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं है।
- न्यूनतम निवेश: SIP और एकमुश्त (Lumpsum) निवेश दोनों के लिए न्यूनतम ₹100 से शुरू कर सकते हैं।
पोर्टफोलियो (निवेश)
यह फंड विभिन्न क्षेत्रों और कंपनियों में निवेश करता है। इसके पोर्टफोलियो में मुख्य रूप से वित्तीय (फाइनेंशियल) क्षेत्र का हिस्सा सबसे ज्यादा है, इसके बाद ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र आते हैं।
शीर्ष होल्डिंग्स (जुलाई 2025 तक):
- आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड
- एचडीएफसी बैंक लिमिटेड
- एक्सिस बैंक लिमिटेड
- एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड
- भारतीय स्टेट बैंक
प्रदर्शन (Performance)
इस फंड ने लॉन्च के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है। इसका पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता, लेकिन यह फंड की क्षमता का अंदाजा देता है।
- हालिया एनएवी (NAV): 21 अगस्त 2025 तक, इसका एनएवी (NAV) लगभग ₹2,200.83 है।
- पिछले रिटर्न:
- 1 वर्ष: 9.01%
- 3 वर्ष: 22.75%
- 5 वर्ष: 28.48%
- लॉन्च के बाद से: 17.0% (वार्षिक)
डिस्क्लेमर: यह जानकारी मात्र है जो मार्केट रिपोर्ट के आधार पर जुटाई गई है, हमारा चैनल का उदृेश्य किसी भी म्युचुअल फंड्स में निवेश के लिए प्रेरित करना या सफलता का दावा करना नहीं हैं। यदि आप किसी म्युचुअल फंड्स में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो निवेश करने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।