नई दिल्ली। यमन की जले में बंद केरल की नर्स निमिषा प्रिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट को बताया गया कि निमिषा की फांसी फिलहाल टाल दी गई है। यह टालना भारत सरकार और केरल के एक ग्रेंड मुफ्ती के प्रयासों से हुआ है। प्रिया को फांसी की सजा सुनाई गई थी। प्रिया पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का दोष सिद्ध हुआ है।
याचिकाकर्ता संस्था ‘सेव निमिषा प्रिया एक्शन काउंसिल’ ने यमन जाकर पीड़ित परिवार से मिलने और समझौते का प्रयास करने की बात कही। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 14 अगस्त दी है।
यमन के कानून में हत्या की सजा खत्म करने का प्रावधान है अगर मृतक का परिवार दोषी पक्ष से समझौते और नकद भुगतान के बाद हत्यारे को माफ कर दे।