हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश-आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी

लाहौल स्पीति
लाहौल स्पीति

शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 और 11 सितंबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि 12 और 13 सितंबर को कई जिलों में तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह चेतावनी मुख्य रूप से ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए है।

भूस्खलन से पाँच की मौत और प्रधानमंत्री की सहायता घोषणा
हाल ही में कुल्लू जिले के निरमंड उपमंडल में हुए भूस्खलन से एक ही परिवार के पाँच सदस्यों की मौत हो गई, जिसमें दो बच्चे भी शामिल थे। इस घटना में दो घर पूरी तरह से तबाह हो गए।

इस आपदा के मद्देनजर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और कांगड़ा में एक समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने राहत कार्यों के लिए 1500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की और पीड़ितों से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द भी साझा किया।

यातायात, बिजली और पानी की आपूर्ति पर असर
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, चार राष्ट्रीय राजमार्गों और 680 से अधिक सड़कों पर आवागमन बंद है। सबसे ज्यादा सड़कें कुल्लू (214) और मंडी (158) जिलों में बंद हैं।

इसके अलावा, बिजली और पानी की आपूर्ति भी बुरी तरह बाधित हुई है। 1202 बिजली ट्रांसफार्मर और 423 पेयजल योजनाएं ठप हैं। अकेले कुल्लू में 708 ट्रांसफार्मर खराब हैं, जबकि शिमला में 134 और कांगड़ा में 176 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।

मानसून से भारी नुकसान का आंकड़ा
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश को भारी क्षति पहुंची है। अब तक:

  • 378 लोगों की मौत हुई है और 40 लोग लापता हैं।
  • 1237 मकान पूरी तरह ढह गए हैं और 5319 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
  • 469 दुकानें और 5469 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
  • 4156 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है।
  • अब तक राज्य में 137 भूस्खलन, 97 बाढ़ और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।