रोटी में प्रोटीन-फाइबर की कमी को ऐसे करें पूरा

प्रोटीन
प्रोटीन

क्या आप जानते हैं कि जिस साधारण गेहूं के आटे से बनी रोटी आप रोज खा रहे हैं, उसमें प्रोटीन और फाइबर जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है? जी हां, अक्सर हम स्वादिष्ट और मुलायम रोटी के चक्कर में उसके पोषण को अनदेखा कर देते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर को पर्याप्त एनर्जी नहीं मिल पाती, पाचन कमजोर होता है और आप जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं। हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि कुछ आसान और स्मार्ट तरीकों से आप अपनी साधारण रोटी को प्रोटीन और फाइबर का खजाना बना सकते हैं। आइए जानते हैं वो 5 जादुई टिप्स, जो आपकी रोटी को पोषण का पावर पैक बना देंगी।

मल्टीग्रेन आटे का जादू

मल्टीग्रेन आटे
मल्टीग्रेन आटे

सिर्फ गेहूं के आटे की बजाय, उसमें ज्वार, बाजरा, रागी, चना या जौ जैसे अनाज मिलाएं। यह न केवल स्वाद को बढ़ाएगा, बल्कि आपकी रोटी में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा कई गुना बढ़ा देगा। आप चाहें तो इन अनाजों को अलग-अलग अनुपात में मिलाकर खुद का मल्टीग्रेन आटा तैयार कर सकते हैं।

दाल का तडक़ा

क्या आपने कभी रोटी के आटे में दाल मिलाई है? जी हां, आप गेहूं के आटे में थोड़ा बेसन, सत्तू या बारीक पिसी हुई मूंग दाल मिला सकते हैं। इससे रोटी में प्रोटीन का स्तर बढ़ जाएगा और यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराएगी। यह एक बेहतरीन तरीका है शाकाहारी लोगों के लिए अपने आहार में प्रोटीन बढ़ाने का।

सब्जियों का पोषण

अपनी रोटी को विटामिन, मिनरल और फाइबर से भरपूर बनाने के लिए आटे में कद्दूकस की हुई सब्जियां (जैसे गाजर, पालक, लौकी) या बारीक कटा हुआ प्याज और धनिया मिलाएं। इससे रोटी का स्वाद तो बढ़ेगा ही, साथ ही इसके पोषण मूल्य में भी भारी वृद्धि होगी। यह बच्चों को सब्जियां खिलाने का भी एक शानदार तरीका है।

सीड्स की पावर

छोटे-छोटे बीज भी बहुत काम के होते हैं। आटे में अलसी, तिल या चिया सीड्स का पाउडर मिलाएं। अलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर होता है, जो हार्ट हेल्थ और पाचन के लिए बहुत फायदेमंद है। ये बीज रोटी को एक अलग ही पौष्टिक टच देंगे।

आटे का सही चुनाव और गूंथने का तरीका

अगर आप हेल्दी रोटी चाहते हैं, तो हमेशा बिना छना हुआ, चोकर युक्त आटा इस्तेमाल करें। आटे को गूंथते समय पानी की जगह छाछ या दही का इस्तेमाल करें। इससे रोटी और भी नरम और पौष्टिक बनेगी। साथ ही, आटे को गूंथने के बाद 15-20 मिनट के लिए ढककर रखें, इससे रोटी और भी मुलायम बनेगी।

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