क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि दोपहर का खाना खाते ही आपको नींद आने लगती है? काम करने का मन नहीं करता और बस सो जाने का दिल चाहता है? अगर हां, तो बता दें कि इसे फूड कोमा या पोस्ट-लंच डिप्रेशन भी कहते हैं, जो आपकी प्रोडक्टिविटी को कम कर सकता है। ऐसे में, न्यूट्रिशनिस्ट रिता जैन कुछ ऐसे आसान तरीके बता रही हैं जिनसे आप इस सुस्ती को आसानी से भगा सकते हैं। दोपहर का खाना खाने के बाद ऑफिस में आती है नींद तो ऐसे पाएं छुटकारा
अपनी प्लेट में शामिल करें सही कार्बोहाइड्रेट
अक्सर हम दोपहर के खाने में ऐसी चीजें खा लेते हैं जो हमें तुरंत एनर्जी तो देती हैं, लेकिन उतनी ही जल्दी हमें थका भी देती हैं। इसकी वजह है सिंपल कार्बोहाइड्रेट्स। सफेद चावल, मैदा से बनी चीजें (जैसे नूडल्स, ब्रेड) और स्वीट ड्रिंक्स बहुत जल्दी पच जाते हैं, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता और गिरता है। इसी उतार-चढ़ाव से सुस्ती आती है। इसकी बजाय, अपनी डाइट में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स को शामिल करें। इनमें फाइबर भरपूर होता है और ये धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे एनर्जी का स्तर स्थिर रहता है।
खाने के बाद 15-20 मिनट की वॉक
खाना खाने के तुरंत बाद कुर्सी पर बैठ जाना या लेट जाना सुस्ती को न्योता देने जैसा है। एक्सपर्ट सलाह देती हैं कि दोपहर के भोजन के बाद कम से कम 15-20 मिनट की हल्की सैर करें। यह सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को बेहतर नहीं बनाता बल्कि ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है। हल्की चहलकदमी करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बेहतर होता है, जिससे आप तरोताजा और एक्टिव महसूस करते हैं। लिफ्ट की बजाय सीढिय़ों का इस्तेमाल करें या अपने ऑफिस परिसर में ही थोड़ा टहल लें।
खाने के साथ या बाद में पिएं छाछ
छाछ एक शानदार ड्रिंक है जो दोपहर के भोजन के बाद की सुस्ती को दूर करने में बहुत असरदार है। छाछ न केवल पेट को हल्का रखती है बल्कि इसमें प्रोबायोटिक्स भी होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं। यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और इसमें मौजूद गुण आपको एनर्जेटिक महसूस कराते हैं। आप खाने के साथ या खाने के तुरंत बाद एक गिलास सादी छाछ पी सकते हैं। ध्यान रखें कि इसमें ज्यादा मसाले या नमक न डालें, ताकि यह अपना काम ठीक से कर सके।
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