जयशंकर ने की चीनी विदेश मंत्री वांग यी से वार्ता

S Jaishankar
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बीजिंग। विदेश मंत्रालय की ओर से जयशंकर के उद्घाटन वक्तव्य को जारी किया गया है। वे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए चीन पहुंचे हैं। उन्होंने चीन को एससीओ की अध्यक्षता संभालने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारत उनकी अध्यक्षता में रचनात्मक परिणाम सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

भारत ने चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मक प्रगति बनाये रखना दोनों देशों की साझा की जिम्मेदारी बताते हुए आशा व्यक्त की कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति को दृढ़ता से बरकरार रखा जाएगा।

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यहां अपने चीनी समकक्ष वांग यी से द्विपक्षीय बैठक की जिसमें दोनों नेताओं ने आपसी मुद्दों और वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और इस बात पर भी जोर दिया कि भारत एवं चीन को पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को बढ़ावा देने तथा प्रतिबंधात्मक व्यापार उपायों और बाधाओं से बचने की जरूरत है।

डॉ‍ जयशंकर ने अपने शुरुआती वक्तव्य में द्विपक्षीय संबंधों में हालिया सकारात्मक प्रगति को बनाए रखने और सीमावर्ती मुद्दों के समाधान की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि हम अपने संबंधों के प्रति एक दूरदर्शी दृष्टिकोण अपनाएँ और रणनीतिक संचार को नियमित करें। इस स्थिर और रचनात्मक संबंधों से ही विश्व को लाभ मिलेगा। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि यह तभी संभव है जब पारस्परिक तौर पर सम्मान, हित और संवेदनशीलता बनायी रखी जाये।