नई दिल्ली। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर मिलीभगत से वोटर लिस्ट में फर्जी वोटरों को शामिल करने का आरोप लगाया है, जिससे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। उन्होंने कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा और महादेवपुरा विधानसभा सीटों के डेटा का हवाला देते हुए कहा कि इन दो क्षेत्रों में करीब 1 लाख वोट संदिग्ध हैं।
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग ने इस जांच में कोई मदद नहीं की और जरूरी डेटा देने से इनकार करता रहा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब कांग्रेस ने डिजिटल वोटर लिस्ट मांगी तो आयोग ने मना कर दिया, और सीसीटीवी फुटेज भी नष्ट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहले जब पेपर बैलेट होते थे, तो चुनाव एक दिन में हो जाते थे, लेकिन अब ईवीएम के बावजूद कई चरणों में होते हैं, जिससे बीजेपी को फायदा होता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि फॉर्म 6 का दुरुपयोग करके एक ही व्यक्ति को कई बार वोटर बनाया गया है, और इसी वजह से चुनाव आयोग सीसीटीवी फुटेज छिपा रहा है।
राहुल गांधी के अनुसार, 6.26 लाख वोटरों में से 1,00,250 वोट फर्जी पाए गए हैं। उन्होंने फर्जीवाड़े के निम्नलिखित प्रकार बताए:
- डुप्लीकेट वोटर: 11,965
- फर्जी या अमान्य पते: 40,009
- एक ही पते पर असामान्य संख्या में वोटर: 10,452
- अमान्य या गायब तस्वीरें: 4,132
- फॉर्म 6 का दुरुपयोग: 33,692