SIT करेगी मामले की जांच, एडिशनल डीसीपी वेस्ट को सौंपी जिम्मेदारी
जयपुर। अजमेर-जयपुर हाईवे पर शुक्रवार को हुए दर्दनाक गैस टैंकर ब्लास्ट मामले में अब तेजी से जांच शुरू की जाएगी। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने इस मामले में SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित करने के निर्देश दिए हैं। इस टीम का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी वेस्ट करेंगे।
भांकरोटा थानाधिकारी मनीष गुप्ता ने घटना की एफआईआर दर्ज की है, जबकि मामले की गहन जांच की जिम्मेदारी सिंधी कैंप थानाधिकारी को सौंपी गई है। SIT का गठन इस बात को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि घटना के हर पहलू की जांच की जाए और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जाए।
क्या है मामला?
शुक्रवार सुबह 5:44 बजे, अजमेर हाईवे पर एक ट्रक ने LPG गैस से भरे टैंकर को टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद हुए ब्लास्ट ने 14 लोगों की जान ले ली, जबकि 33 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में एक किलोमीटर तक का इलाका आग की चपेट में आ गया, जिसमें स्लीपर बस, फैक्ट्री और 40 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।
जांच के उद्देश्य और प्राथमिकता
SIT के गठन का उद्देश्य है कि हादसे के कारणों को बारीकी से समझा जाए। यह टीम यह पता लगाएगी कि ट्रक और गैस टैंकर के बीच हुई टक्कर में लापरवाही किसकी थी और क्या इस घटना को टाला जा सकता था। इसके अलावा, जांच यह भी सुनिश्चित करेगी कि हाईवे पर सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं हुआ।
प्रशासन का बयान
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा, “यह एक गंभीर घटना है, और इसकी हर पहलू से जांच की जाएगी। SIT को निर्देश दिए गए हैं कि जांच में पारदर्शिता और निष्पक्षता हो। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। अब सबकी निगाहें SIT की जांच पर टिकी हैं, जो इस हादसे की हकीकत को उजागर करेगी।