सावन का महीना आते ही चारों ओर हरियाली नजर आने लगती है। इस महीने भक्त भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहते हैं। कहते हैं जो भक्त सावन में सोमवार का व्रत रखते हैं और भगवान शिव की अराधना करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दौरान सात्विक और फलाहारी भोजन किया जाता है। ऐसे में कई बार लोग सोच में पड़ जाते हैं कि व्रत में क्या नया और हेल्दी बनाया जाए। अगर आप भी सावन सोमवार का व्रत रख रही हैं और कुछ नया ट्राई करना चाहती हैं तो कुट्टू के आटे की इडली एक बढिय़ा विकल्प है। ये डिश न सिर्फ टेस्टी होती है, बल्कि आसानी से डाइजेस्ट भी हो जाती है। इसकी खास बात तो ये है कि इसमें बिल्कुल भी तेल का इस्तेमाल नहीं होता है। ऐसे में ये एक हेल्दी ऑप्शन भी है। आज हम आपको इपने इस लेख में कुट्टू के आटे की इडली बनाने की रेसिपी बताने जा रहे हैं। कुटू के आटे की इडली बनाकर खाएं सावन के व्रत में, ये है रेसिपी
फलाहारी इडली बनाने के लिए सामग्री
कुट्टू का आटा एक कप
उबले हुए आलू दो मध्यम आकार के
दही आधा कप फेंटा हुआ
सेंधा नमक स्वादानुसार
हरी मिर्च एक बारीक कटी हुई
अदरक एक छोटा चम्मच कद्दूकस किया हुआ
इनो फ्रूट सॉल्ट एक छोटा चम्मच
देसी घी या तेल इडली सांचों को ग्रीस करने के लिए
हरा धनिया बारीक कटा हुआ
इडली बनाने की विधि
सबसे पहले एक बाउल में कुट्टू का आटा लें।
अब इसमें मैश किए हुए आलू, दही, हरी मिर्च और अदरक डालें।
अब इसमें स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाएं और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए एक गाढ़ा घोल तैयार कर लें।
इसके बाद इसे कम से कम 10 मिनट के लिए ढककर रख दें ताकि आटा थोड़ा फूल जाए।
अब इडली सांचे को घी या तेल से हल्का सा ग्रीस करें।
इसके बाद बैटर में इनो मिलाएं और तुरंत चमचे से फेंट लें।
अब इसे तुरंत इडली मोल्ड्स में डालें और पहले से गर्म किए हुए स्टीमर में 10 से 12 मिनट तक पकाएं।
चाकू या टूथपिक से चेक कर सकते हैं, अगर वह साफ बाहर आ जाए तो इडलियां तैयार हैं।
अब इडलियों को ठंडा होने दें और फिर मोल्ड से निकालें।
ऊपर से आप हरे धनिए से सजा सकते हैं।
अब इन स्वादिष्ट कुट्टू के इडलियों को आप व्रत वाली नारियल की चटनी या दही के साथ सर्व कर सकते हैं।
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