आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मलाई घेवर बनाने की ऐसी लाजवाब और बेहद आसान रेसिपी, जिससे आप सिर्फ 4 चम्मच घी की मदद से हलवाई जैसा परफेक्ट मलाई घेवर तैयार कर सकते हैं। जी हां, यह घेवर इतना शानदार बनेगा कि आपको यकीन नहीं होगा कि इसे आपने खुद घर पर बनाया है। आइए, बिना देर किए जान लीजिए यह खास रेसिपी।
मलाई घेवर बनाने के लिए सामग्री
घेवर के लिए:
मैदा: 1 कप
घी: 4 बड़े चम्मच
ठंडा पानी: 2 कप
बर्फ के टुकड़े: 5-6
दूध: 2 बड़े चम्मच
नींबू का रस: 1/2 छोटा चम्मच
तलने के लिए घी या तेल: जरूरत के मुताबिक (घेवर को तलने के लिए)
चाशनी के लिए:
चीनी: 1 कप
पानी: 1/2 कप
इलायची पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच
मलाई/रबड़ी के लिए:
दूध: 1 लीटर (फुल क्रीम)
चीनी: 2-3 बड़े चम्मच (स्वादानुसार)
इलायची पाउडर: 1/4 छोटा चम्मच
केसर के धागे: कुछ (ऑप्शनल)
गार्निश के लिए:
बारीक कटे पिस्ता, बादाम, काजू
गुलाब की पंखुडिय़ां (ऑप्शनल)
मलाई घेवर बनाने की विधि
एक बड़े बर्तन में 4 बड़े चम्मच घी लें। इसमें बर्फ के टुकड़े डालकर हाथों से या चम्मच से तब तक फेंटें जब तक घी बिल्कुल सफेद और फ्लफी न हो जाए। बर्फ पिघलने लगेगी, इसे हटा दें।
अब धीरे-धीरे मैदा (1 कप) डालते जाएं और साथ ही थोड़ा-थोड़ा ठंडा पानी (लगभग 1/2 कप) डालते हुए मिलाते जाएं। ध्यान रहे कोई गांठ न पड़े।
धीरे-धीरे बचा हुआ ठंडा पानी मिलाते रहें और एक पतला, चिकना घोल तैयार करें। घोल इतना पतला होना चाहिए कि जब आप इसे चम्मच से उठाएं तो यह एक पतली धार के रूप में गिरे, न कि एकदम से।
अब इसमें 2 बड़े चम्मच दूध और 1/2 छोटा चम्मच नींबू का रस डालकर अच्छी तरह मिला लें। नींबू का रस घेवर को कुरकुरा बनाने में मदद करेगा। घोल को 15-20 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें ताकि यह ठंडा हो जाए।
एक पैन में चीनी (1 कप) और पानी (1/2 कप) डालकर गैस पर रखें और लगातार चलाते हुए चीनी को घुलने दें। एक उबाल आने के बाद, इसे 2-3 मिनट और पकाएं जब तक कि हल्की चिपचिपी चाशनी (एक तार की चाशनी से थोड़ी कम) न बन जाए।
गैस बंद कर दें और इसमें इलायची पाउडर मिला दें। चाशनी को हल्का ठंडा होने दें। फिर एक मोटे तले वाले पैन में 1 लीटर दूध डालकर मध्यम आंच पर उबालें।
दूध को लगातार चलाते हुए तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ा होकर अपनी आधी मात्रा में न रह जाए। इसमें चीनी (2-3 बड़े चम्मच) और इलायची पाउडर मिलाएं। यदि उपयोग कर रहे हैं, तो केसर के धागे भी डाल दें।
कुछ मिनट और पकाएं जब तक रबड़ी गाढ़ी न हो जाए। इसे ठंडा होने दें। ठंडी होने पर यह और गाढ़ी हो जाएगी।
एक गहरे और मोटे तले वाले बर्तन (जैसे पतीला या कड़ाही) में घेवर तलने के लिए घी या तेल गरम करें। तेल इतना होना चाहिए कि घेवर पूरी तरह डूब सके। तेल को मध्यम-तेज आंच पर गरम करें।
जब तेल बहुत गरम हो जाए (धुआं निकलने लगे), तो घेवर के घोल को एक पतली धार में (लगभग 2-3 इंच की ऊंचाई से) धीरे-धीरे तेल के बीचो-बीच डालें। आप एक छोटे गिलास या चम्मच का यूज कर सकते हैं।
जैसे ही आप घोल डालेंगे, यह झाग बनाएगा। जब झाग थोड़ा शांत हो जाए, तो एक लकड़ी की स्टिक या चम्मच के पिछले हिस्से से बीच में एक छेद बनाएं।
इसी तरह, 2-3 बार और घोल को पतली धार में उसी छेद में डालते रहें। हर बार घोल डालने के बाद झाग के शांत होने का इंतजार करें। जब घेवर सुनहरा होने लगे, तो स्टिक की मदद से उसे तेल में डुबोकर अच्छी तरह से पकाएं ताकि वह चारों तरफ से कुरकुरा हो जाए।
सुनहरा होने पर, घेवर को स्टिक पर उठाकर एक्स्ट्रा तेल निचोड़ दें और एक जाली या प्लेट पर रखें। इसी तरह सारे घेवर बना लें।
जब घेवर हल्के गर्म हों, तो उन्हें एक-एक करके तैयार चाशनी में डुबोएं। कुछ सेकंड के लिए डुबोकर रखें ताकि वे चाशनी को सोख लें। एक्स्ट्रा चाशनी को टपकने दें।
एक प्लेट पर चाशनी में डूबा घेवर रखें। अब इसके ऊपर तैयार गाढ़ी रबड़ी/मलाई की मोटी परत फैलाएं। बारीक कटे पिस्ता, बादाम, काजू और गुलाब की पंखुडिय़ों से गार्निश करें।
बिना चाशनी और रबड़ी लगाए घेवर को एयरटाइट कंटेनर में 4-5 दिनों तक स्टोर किया जा सकता है। जब परोसना हो, तभी चाशनी और रबड़ी लगाएं।
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