सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। इस महीने भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। भक्त उन्हें तरह-तरह के भोग अर्पित करते हैं। आप चाहें तो महादेव को मालपुए का भोग भी लगा सकते हैं।
कितने लोगों के लिए : 4
सामग्री
मैदा लगभग 150 ग्राम
सूजी (बारीक वाली) दो बड़े चम्मच
मावा 100-150 ग्राम
दूध आवश्यकतानुसार
सौंफ आधा छोटा चम्मच
हरी इलायची पाउडर
बेकिंग सोडा
घी या तेल तलने के लिए
चाशनी के लिए चीनी एक कप
पानी एक कप
हरी इलायची कुटी हुई
केसर के धागे
सजावट के लिए बारीक कटे हुए ड्राई फ्रूट्स
विधि :
मालपुआ बनाने के ल?िए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में मैदा और सूजी ले लें।
अब मावा को कद्दूकस करके मैदा-सूजी में डाल दें।
इसके बाद इसमें कुटी हुई सौंफ और हरी इलायची पाउडर डालें।
धीरे-धीरे दूध डालते हुए एक गाढ़ा और चिकना घोल तैयार करें।
अगर आप तुरंत मालपुआ बना रहे हैं तो एक चुटकी बेकिंग सोडा मिला सकते हैं।
इस घोल को ढककर कम से कम 20 मिनट के लिए रख दें।
इसके बाद एक पैन में चीनी और पानी डालकर मध्यम आंच पर रखें।
जब चीनी घुल जाए, तो इसमें कुटी हुई हरी इलायची और केसर के धागे डाल दें।
इसे पांच से सात मिनट तक उबालें जब तक चाशनी हल्की गाढ़ी और चिपचिपी न हो जाए।
अब एक बड़ी कड़ाही या पैन में घी या तेल गरम करें।
घी मध्यम गरम होना चाहिए।
अब एक बड़े चम्मच से मालपुए का घोल लें और गरम घी में गोल आकार में धीरे से डालें।
एक बार में उतने ही मालपुए डालें जितने आसानी से तल सकें।
इसके बाद मालपुए को एक तरफ से सुनहरा भूरा होने तक तलें, फिर पलट कर दूसरी तरफ से भी सें?क लें।
जब मालपुए दोनों तरफ से सुनहरे और क्रिस्पी हो जाएं तो उन्हें घी से निकालकर अलग रखें।
अब तले हुए मालपुओं को तुरंत हल्की गर्म चाशनी में डुबो दें।
इसे 10 से 15 मिनट के लिए उसी में भीगा रहने दें।
इसके बाद इसे निकाल लें।
ऊपर से कटे हुए ड्राईफ्रूट्स से इसे सजा दें।
गरमागरम सर्व करें।