नेपाल-भारत की खुली सीमा: दोनों देशों के बीच मजबूत पारिवारिक, वैवाहिक संबंधों का आधार

काठमांडू।  नेपाल-भारत की खुली सीमा के दुरुपयोग को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता पर आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व उप-प्रधानमंत्री राजेंद्र महतो और अन्य नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। यह कार्यक्रम नेपाल-भारत विकास मंच द्वारा काठमांडू में आयोजित किया गया था।

मुख्य बिंदु:

  • पूर्व उप-प्रधानमंत्री राजेंद्र महतो ने कहा कि खुली सीमा का सबसे बड़ा फायदा सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को मिलता है। यह दोनों देशों के बीच पारिवारिक और वैवाहिक संबंधों का भी आधार है।
  • उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सीमा की रक्षा की ज़िम्मेदारी सबसे ज़्यादा सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की है, और उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका कोई दुरुपयोग न हो।
  • नेपाली कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व विदेश मंत्री डॉ. मिनेंद्र रिजाल ने बताया कि खुली सीमा की रक्षा केवल सेना और पुलिस नहीं कर सकती है।
  • रिजाल के अनुसार, दोनों देशों के गहरे संबंधों के कारण सीमा पर सेना की तैनाती नहीं की गई है, बल्कि अर्धसैनिक बल तैनात हैं।
  • उन्होंने कहा कि सरकार और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आतंकवाद जैसी गतिविधियों के लिए खुली सीमा के दुरुपयोग को रोकने के लिए सतर्क और जागरूक रहना चाहिए।