नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच 19 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बैठक दोनों देशों के बीच 24वें दौर की विशेष प्रतिनिधि वार्ता थी, जिसका उद्देश्य सीमा विवाद को सुलझाना और द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करना है।
बैठक के मुख्य बिंदु:
सीमा विवाद: दोनों पक्षों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने पर जोर दिया। अजीत डोभाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से सीमाएं शांत रही हैं और यह एक सकारात्मक संकेत है।
द्विपक्षीय संबंध: वांग यी ने कहा कि एक स्वस्थ और स्थिर भारत-चीन संबंध दोनों देशों के दीर्घकालिक हितों को पूरा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि साझेदार के रूप में आगे बढ़ना चाहिए।
प्रधान मंत्री मोदी की चीन यात्रा: इस बैठक में यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा करेंगे। यह 2020 के गलवान संघर्ष के बाद उनकी पहली चीन यात्रा होगी।
व्यापार और अन्य मुद्दे: बैठक में व्यापार, उड़ान सेवाओं की बहाली और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने जैसे अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
आपसी सम्मान: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी वांग यी के साथ अपनी बैठक में “तीन आपसी” (आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हित) के सिद्धांत पर जोर दिया और कहा कि मतभेदों को विवाद में नहीं बदलना चाहिए।
यह बैठक भारत और चीन के बीच संबंधों को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।