नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि नया कृषि कानून किसानों के हित में है। राष्ट्रपति ने कहा कि किसान लंबे समय से अपेक्षित थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि 2020 में घोषित ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ में प्रौद्योगिकी के साथ-साथ परंपरा पर भी ज़ोर दिया गया है। इसके द्वारा एक ऐसे नए भारत की आधारशिला रखी गई है जो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ज्ञान-केंद्र के रूप में उभरने की आकांक्षा रखता है।
राष्ट्रपति ने संवैधानिक आदर्शों और महात्मा गांधी की शिक्षाओं के साथ देश की सेना की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज पुनः इस बात को दोहराऊंगा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन और विचारों पर मनन करना, हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। हमें हर सम्भव प्रयास करना है कि समाज का एक भी सदस्य दुखी या अभाव-ग्रस्त न रह जाए।
उन्होंने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के प्रति अपना समर्थन भी दिया और कहा, ‘सरकार की प्रत्येक नीति राष्ट्र-प्रथम के तहत आती हैं। GST के आने के साथ, एक देश, एक कर, एक बाजार’ के हमारे दृष्टिकोण को हमने महसूस किया है।’
राष्ट्रपति के सम्बोधन की मुख्य बातें
सशस्त्र बलों, अर्ध-सैनिक बलों और पुलिस के जवान, प्रायः अपने परिवार-जन से दूर रहते हुए त्योहार मनाते हैं। उन सभी जवानों को मैं विशेष बधाई देता हूं।
प्रवासी भारतीय, हमारे देश का गौरव हैं। उनमें से कुछ लोग राजनैतिक नेतृत्व के उच्च-स्तर तक पहुंचे हैं, और अनेक लोग विज्ञान, कला, शिक्षा, समाज सेवा, और व्यापार के क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान कर रहे हैं।