बांसवाड़ा। नई शिक्षा नीति -2020 के क्रियान्वयन के लिए मातृभाषा-स्थानीय भाषा में पाठ्य सहायक सामग्री विकास के लिए आरएससीईआरटी निदेशक प्रियंका जोधावत की अध्यक्षता में योजना निर्धारित करने के लिए कोर कमेटी की बैठक रखी गई।
बैठक में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर से राजस्थानी भाषा के पूर्व प्रोफेसर भाषाविद् कल्याण सिंह शेखावत ने राजस्थान की विविध बोलियों एवं भाषा के संदर्भ में विषय सामग्री जिसमें चित्रों,मांडना,लोरियो आदि के संकलन व स्थान देने के साथ ही क्षेत्र विशेष के ऐतिहासिक एवं धार्मिक नायकों के जीवनदर्शन को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने की बात कही।
निदेशक जोधावत ने स्थानीय भाषा के उपयोग से बच्चों में सीखने एवं शैक्षिक दक्षताओं के विकास के लिए मातृभाषा आधारित निर्देशिका निर्माण के लिए सहभागी संस्थाओं, यूनिसेफ, टाटा ट्रस्ट्स रूम टू रीड, लैंग्वेज लर्निंग फाउंडेशन के प्रतिनिधियों से डूंगरपुर एवं सिरोही जिले में किए जा रहे कार्यों की समझ के आधार पर राज्य के लिए स्थानीय भाषा आधारित संदर्शिका निर्माण की जरूरत एवं महत्व के बारे में चर्चा की। बैठक में परिषद के प्रभागाध्यक्ष ललित आमेटा, बन्नाराम आदि उपस्थित थे।
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