आज पढ़ें कैसी दाल खाने से मिटेगी कौनसी बीमारी

दालें
दालें

क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी दादी-नानी क्यों हर रोज दाल खाने पर इतना जोर देती थीं? या फिर क्या आपको पता है कि आपकी रसोई में रखी साधारण-सी दालें सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि बीमारियों से लडऩे का अचूक नुस्खा भी हो सकती हैं? जी हां, दालें सिर्फ पेट भरने का काम नहीं करतीं बल्कि ये पोषक तत्वों का वो खजाना हैं जो आपको कई गंभीर बीमारियों से बचा सकती हैं। आइए, आज न्यूट्रिशनिस्ट रिता जैन से जानते हैं कि कौन-सी दाल है किस मर्ज की दवा और कैसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही दाल चुनकर हेल्दी रह सकते हैं।

उड़द दाल

उड़द दाल
उड़द दाल

अगर आप गठिया, जोड़ों के दर्द या घुटनों के दर्द से परेशान हैं, तो उड़द दाल आपके लिए किसी दवा से कम नहीं है। यह दाल कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर होती है, जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए बेहद जरूरी हैं। इसे अपनी डाइट में शामिल करके आप अपनी हड्डियों को अंदर से मजबूती दे सकते हैं।

अरहर दाल

अरहर दाल सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि सेहत से भी भरपूर है। यह पोटेशियम, जिंक और फोलेट जैसे जरूरी पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह भ्रूण के सही विकास में मदद करती है। इसके अलावा, अरहर दाल दिल की सेहत के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है।

मूंग दाल

अगर आपको डायबिटीज है, तो मूंग दाल को अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं। यह फाइबर से भरपूर होती है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करती है। फाइबर से पाचन भी दुरुस्त रहता है और पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है, जिससे अनियंत्रित खाने से बचाव होता है।

चना दाल

चना दाल जिंक और प्रोटीन का एक बेस्ट सोर्स है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन है जिन्हें आयरन की कमी (एनीमिया) या मैग्नीशियम की कमी है। इसमें शामिल, प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है, जबकि आयरन शरीर में ऑक्सीजन के फ्लो को बेहतर बनाता है।

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