तपोवन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी, ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग से विभाग बनेगा

ऋषिगंगा जल प्रलय के दसवें दिन मंगलवार को तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी है। परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग विभाग बनाया जाएगा।

चमोली जिलाधिकारी स्वाती भदौरिया ने मंगलवार को आपदा के राहत बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सर्च ऑपरेशन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। लापता लोगों से परिजनों से भी वह मिलीं।

तपोवन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी, ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग से विभाग बनेगा

डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धीम अग्रवाल ने बताया बरामद कुल 58 शवों में से 31 की पहचान हो चुकी है। सुरंग से मिले 11 शवों की पहचान की जा चुकी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ डॉग स्क्वॉयड रैणी गांव, तपोवन और आसपास के इलाकों में लापता लोगों की खोज कर रहे हैं। 

तपोवन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी, ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग से विभाग बनेगा

मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे तपोवन सुरंग के अंदर मलबा हटाने के दौरान अचानक पानी आना शुरू हो गया। जिसके बाद राहत बचाव कार्य रोक दिया गया है। सुरंग से पानी की निकासी के लिए पंप लगाया जा रहा है।

तपोवन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी, ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग से विभाग बनेगा

उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि हम इस बात से चिंतित हैं कि ग्लेशियर कैसे पिघल रहे हैं और पहाड़ों में ज्वार लहर पैदा कर रहे हैं। प्लूटोनियम पैक जिसे चीन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए रखा गया था, वह अब वहां नहीं है। हम सरकार से पैक की भी जांच करने का अनुरोध करते हैं।

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