इज़राइल और ईरान के बीच तनाव का सिलसिला जारी है। हाल ही में, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस प्रस्ताव का मज़ाक उड़ाया है जिसमें उन्होंने ईरान के जल संकट को हल करने में मदद करने की पेशकश की थी।
यह बयानबाजी ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। क्या आपको दोनों देशों के बीच के हालिया सैन्य संघर्ष के बारे में और जानकारी चाहिए?
इज़राइली प्रधानमंत्री का प्रस्ताव
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के लोगों को एक वीडियो संदेश में बताया कि जब वे अपनी मौजूदा सरकार से मुक्त हो जाएंगे, तब इज़राइल ईरान की पानी की समस्या का समाधान करने में मदद करेगा। यह बयान तब आया जब दोनों देशों के बीच हाल ही में सैन्य संघर्ष हुआ, जिसमें हज़ारों लोगों की जानें गईं।
ईरानी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
नेतन्याहू के इस प्रस्ताव के जवाब में, ईरानी राष्ट्रपति पेजेशकियान ने इसे “मृगतृष्णा” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जो शासन गाज़ा के लोगों को पानी और खाना नहीं देता, वह ईरान को पानी देने की बात करता है। तेहरान में एक कैबिनेट बैठक में उन्होंने कहा कि जो लोग झूठी हमदर्दी दिखा रहे हैं, उन्हें पहले गाज़ा की स्थिति देखनी चाहिए, जहाँ मासूम बच्चे भूख, दवाओं और साफ़ पानी की कमी से जूझ रहे हैं।
ईरान का जल संकट
ईरान इन दिनों गंभीर जल संकट से गुज़र रहा है। राष्ट्रपति पेजेशकियान ने हाल ही में एक बैठक में इस संकट को “गंभीर और कल्पना से परे” बताया था। विशेषज्ञों के अनुसार, यह संकट वर्षों के सूखे और जल प्रबंधन में विफलता का नतीजा है।