साप्ताहिक समीक्षाः भारतीय शेयर बाजार में लगातार पांचवे सप्ताह गिरावट दर्ज

शेयर बाजार
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नई दिल्ली। पिछले सप्ताह (28 जुलाई से 01 अगस्त) भारतीय शेयर बाजार लगातार पांचवें सप्ताह गिरावट के साथ बंद हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाने की घोषणा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली और पहली तिमाही के कमजोर आंकड़ों ने निवेशकों के बीच डर का माहौल बनाए रखा, जिसके परिणामस्वरूप बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई।

प्रमुख सूचकांकों का प्रदर्शन
सप्ताह के अंत में, सेंसेक्स 863.15 अंक (1.05 प्रतिशत) की साप्ताहिक कमजोरी के साथ 80,599.91 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी ने 271.65 अंक (1.09 प्रतिशत) की साप्ताहिक गिरावट के साथ 24,565.35 अंक के स्तर पर कारोबार समाप्त किया।

लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट
लार्जकैप इंडेक्स: बीएसई का लार्जकैप इंडेक्स 1.20 प्रतिशत कमजोर हुआ। इसमें डीएलएफ, एसबीआई कार्ड एंड पेमेंट सर्विसेज, वारी एनर्जीज, अदानी एंटरप्राइजेज, वेदांता, इंडस टावर्स, विप्रो और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में भारी गिरावट आई। इसके विपरीत, बॉश, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, वरुण बेवरेजेस, लार्सन एंड टूब्रो और एवेन्यू सुपरमार्ट्स के शेयर हरे निशान में बंद हुए।

सेक्टोरल प्रदर्शन
सेक्टोरल मोर्चे पर, निफ्टी का रियल्टी इंडेक्स 5.70 प्रतिशत की सबसे बड़ी गिरावट का शिकार हुआ। इसके बाद मेटल इंडेक्स 3.40 प्रतिशत, पीएसयू बैंक इंडेक्स 3.20 प्रतिशत और मीडिया इंडेक्स 3 प्रतिशत कमजोर हुए। दूसरी ओर, निफ्टी का एफएमसीजी इंडेक्स 3 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ।

संस्थागत निवेशकों की भूमिका
पिछले सप्ताह भी संस्थागत निवेशकों के रुझान में कोई बदलाव नहीं आया। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार पांचवें सप्ताह बिकवाल बने रहे और उन्होंने शेयर बाजार से 20,524.42 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) लगातार 15वें सप्ताह लिवाल की भूमिका में रहे और उन्होंने 24,300.05 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।