श्री राधे गोविंद चरणार्पित सेवा ट्रस्ट के 20 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष समारोह सम्पन्न

श्री राधे गोविंद चरणार्पित सेवा ट्रस्ट
श्री राधे गोविंद चरणार्पित सेवा ट्रस्ट

जयपुर। श्री राधे गोविंद चरणार्पित सेवा ट्रस्ट की स्थापना के 20 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रविवार, 7 सितंबर को इस्कॉन मंदिर, धौलाई के सांस्कृतिक सामुदायिक केंद्र में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रमुख समाजसेवी ज्योति जी माहेश्वरी रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय न्यायाधिपति एस.एन. भार्गव साहब ने की। विशिष्ट अतिथियों में माननीय न्यायाधिपति नरेन्द्र कुमार जैन एवं उपमहापौर पुनीत कर्नावट की गरिमामय उपस्थिति रही। समारोह में ट्रस्ट की 20 वर्षों की सेवा यात्रा के प्रमुख सहयोगियों को सम्मानित किया गया।

गरीब बच्चे शिक्षा के मंदिर तक न पहुँच सकें

समारोह का प्रारंभ ट्रस्ट के वर्तमान प्रबंध न्यासी एवं राजस्थान हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जस्टिस दीपक माहेश्वरी द्वारा ट्रस्ट की 2 दशकों की सेवा यात्रा के सिंहावलोकन से हुआ। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की स्थापना 2005 में केदार नाथ जी माहेश्वरी (सेवानिवृत्त शिक्षा उपनिदेशक, राजस्थान) द्वारा नर सेवा-नारायण सेवा एवं शिक्षा प्रसार के उद्देश्य से की गई थी। स्वामी विवेकानंद के संदेश यदि गरीब बच्चे शिक्षा के मंदिर तक न पहुँच सकें तो शिक्षा को ही उन तक पहुँचना चाहिए को ध्येय वाक्य बनाकर, 77 वर्ष की आयु में श्री केदार नाथ जी माहेश्वरी ने झुग्गी-झोंपडिय़ों एवं कच्ची बस्तियों में रहने वाले बच्चों को साक्षर बनाने का अभियान प्रारंभ किया।

झुग्गी बस्तियों में ज्ञान यज्ञ केंद्र खोले

ट्रस्ट ने न केवल झुग्गी बस्तियों में ज्ञान यज्ञ केंद्र खोलकर शिक्षा का प्रसार किया, बल्कि प्रतिभाशाली बच्चों को अच्छे विद्यालयों में प्रवेश दिलाकर उनके भविष्य निर्माण का कार्य भी किया। सरकारी विद्यालयों में भवन सुधार और शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ट्रस्ट ने कुछ विद्यालय गोद लिए, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षा विभाग, राजस्थान ने 2016 एवं 2022 में ट्रस्ट को भामाशाह पुरस्कार से सम्मानित किया। ट्रस्ट द्वारा हृदय रोगियों की नि:शुल्क शल्य चिकित्सा, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, कोरोना संक्रमण काल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स उपलब्ध करा के रोगियों की प्राणरक्षा, उस दौरान बेरोजगार एवं असमर्थ जनों के लिए मासिक राशन व्यवस्था जैसे सेवा कार्य भी किए गए। इनके अतिरिक्त शीतल जल व्यवस्था, वाटर कूलर स्थापना, पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण, तथा कच्ची बस्ती निवासी महिलाओं को साक्षर बनाने, राधे सिलाई केन्द्रों की स्थापना से सिलाई प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाने के कार्य ट्रस्ट द्वारा निरंतर किए जा रहे हैं। समारोह में पधारे सभी अतिथियों ने ट्रस्ट की सेवाओं की सराहना करते हुए इसे सच्ची समाजसेवा का अनुपम उदाहरण एवं प्रेरणास्रोत बताया।

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