वायु प्रदूषण, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, तनाव और पीसीओएस जैसी मेडिकल कंडीशन्स महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं। ऐसे में फर्टिलिटी बूस्ट करने के लिए योग को अपने डेली रूटीन में शामिल करना काफी फायदेमंद हो सकता है। योग करना आपकी स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है, लेकिन महिलाओं के लिए इसका खास महत्त्व हो सकता है, क्योंकि इससे उनकी फर्टिलिटी बूस्ट होती है। जो महिलाएं नियमित रूप से योग करती हैं, उनकी फर्टिलिटी अन्य महिलाओं की तुलना में ज्यादा अच्छी होती है और कंसीव की संभावना भी बढ़ जाती है। ये 5 योगासन करने से कंसीव करने में नहीं होगी दिक्कत
योगासन और फर्टिलिटी का कनेक्शन
योग का फर्टिलिटी के साथ कोई सीधा सम्बन्ध नहीं है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार आपकी प्रेगनेंसी को बेहतर बनाने में योगासन की भूमिका बहुत जरुरी है। इसलिए जो महिलाएं मां बनना चाहती हैं उन्हें योग जरूर करना चाहिए। आजकल लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गयी है, जिसमे डेस्क जॉब ज्यादा है और वह पूरे दिन बैठे रहते हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। तनाव भी फर्टिलिटी पर असर डालता है इसलिए योगासन बहुत जरुरी हो जाता है।
जब कोई महिला स्ट्रेस में होती हैं तब उसके शरीर में कोर्टिसोल की मात्रा बढ़ जाती है। कोर्टिसोल का बढ़ा हुआ स्तर मिसकैरिज का कारण बन सकता है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए योगासन करना चाहिए। एक रिपोर्ट के अनुसार जो महिलाएं कम स्ट्रेस लेती हैं उनके ओवुलेशन के दिनों में प्रेगनेंसी की संभावना अन्य महिलाओं की तुलना में ज्यादा होती है।