सेहत बिगडऩे का इशारा करते हैं पैरों में बदलते ये संकेत

पैरों में दर्द
पैरों में दर्द

हमारा शरीर अंदर हो रही किसी भी परेशानी के बारे में संकेत देकर हमें सावधान करने की कोशिश करता है। हालांकि, अक्सर हम इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं, खासकर पैरों में होने वाले बदलावों को। पैरों पर लोग अक्सर कम ध्यान देते हैं, लेकिन कई स्वास्थ्य समस्याओं के लक्षण हमारे पैरों में भी नजर आते हैं। अगर वक्त पर पैरों में होने वाले इन बदलावों को पहचान लिया जाए, तो परेशानी को बढऩे से पहले रोका जा सकता है। आइए जानें पैरों में दिखने वाले कुछ खास बदलावों के बारे में, जो गंभीर बीमारियों का इशारा कर सकते हैं। सेहत बिगडऩे का इशारा करते हैं पैरों में बदलते ये संकेत

वैरिकोज वेन्स

पैरों में दर्द
पैरों में दर्द

वैरिकोज वेन्स में त्वचा के ठीक नीचे नीले या बैंगनी रंग की उभरी हुई नसें दिखने लगती हैं। यह समस्या तब होती है जब नसों में मौजूद वाल्व कमजोर हो जाते हैं, जिससे खून दिल की ओर जाने के बजाय वापस जमा होने लगता है। यह सिर्फ एक कॉस्मेटिक समस्या नहीं है, बल्कि यह वेन्स के ठीक से काम न करने का संकेत भी है। कई बार यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस जैसी गंभीर स्थिति से भी जुड़ी हो सकती है, जिसमें ब्लड क्लॉट्स जानलेवा भी हो सकते हैं। दर्द, भारीपन, खुजली और सूजन इसके लक्षण हैं।

रात में रेस्टलेस लेग सिंड्रोम

इस कंडिशन में पैरों में एक अजीब-सी, असहज सनसनी, जैसे- कोई कीड़ा रेंग रहा हो, झनझनाहट या खिंचाव महसूस होता है, जो आराम करने पर, खासकर रात में ज्यादा होता है। इससे बचने के लिए व्यक्ति पैरों को लगातार अपने पैरों को हिलाते रहना पड़ता है। रेस्टलेस लेग सिंड्रोम अक्सर एक अंदरूनी स्वास्थ्य समस्या का संकेत करता है। यह शरीर में आयरन की कमी, किडनी की खराबी, पेरिफरल न्यूरोपैथी या डायबिटीज और पार्किंसंस जैसी बीमारियों से जुड़ा हो सकता है। कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान भी यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

पैरों पर ब्रूसेज

अगर पैरों पर बार-बार और आसानी से बिना किसी कारण ब्रूसेज आते हैं, तो यह ब्लड से जुड़ी किसी समस्या का इशारा हो सकता है। यह प्लेटलेट्स की कमी, खून पतला करने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट, या लिवर संबंधी बीमारियों का लक्षण हो सकता है। कुछ मामलों में, यह ब्लड कैंसर का शुरुआती संकेत भी हो सकता है।

दिखने वाला सेल्युलाईट

सेल्युलाईट ज्यादातर मामलों में ज्यादा गंभीर समस्या नहीं होती है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकती है। हालांकि, अचानक से इसका बढऩा या बहुत ज्यादा साफ नजर आना शरीर में सूजन, खराब ब्लड सर्कुलेशन, या लिम्फैटिक सिस्टम के ठीक से काम न करने का संकेत दे सकता है। यह हार्मोनल इंबैलेंस और खराब डाइट से भी जुड़ा हो सकता है।

पैरों में ऐंठन

कभी-कभार होने वाला क्रैम्प सामान्य है, लेकिन अगर यह बार-बार और तेजी से हो, तो यह शरीर में डिहाइड्रेशन या इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस का संकेत है। यह प्रेग्नेंसी, थायरॉइड प्रॉब्लम, पेरिफरल आर्टरी डिजीज और किडनी की बीमारी में भी संकेत हो सकता है।

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