तेहरान। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई का कहना है कि देश में महामारी की तीसरी लहर चल रही है। यह देश मिडिल ईस्ट में कोरोना का इपिक सेंटर बन चुका है। सोमवार को यहां रिकॉर्ड 440 लोगों की मौत हुई। ईरान में अब तक कोरोना के 6,20,491 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 35,298 लोग जान गंवा चुके हैं।
उधर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी है कि ठंड के मौसम में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या महामारी की पहली लहर के मुकाबले दोगुनी हो सकती हैं। ब्रिटिश सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिए देश में दूसरी बार लॉकडाउन लागू करते हुए चार सप्ताह के लिए कड़ी पाबंदियां लगा दी हैं। हाउस ऑफ कॉमन्स में दिए भाषण में जॉनसन ने कहा कि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।
यूनाइटेड किंगडम में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या पूरे यूरोप में सबसे ज्यादा है। यहां एक दिन में 20,000 से ज्यादा नए मामले आ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने चेताया है कि इस सर्दी में मौतों का आंकड़ा 80,000 को पार कर सकता है। कुल मरीजों की संख्या 10 लाख हो चुकी है।
दूसरी ओर रूस में कोरोना के 18,257 नए मामले सामने आए हैं। इनमें 4,796 मरीज मॉस्को में मिले हैं। पूरे देश में अब मरीजों की संख्या 16,55,038 पहुंच गई है। प्रशासन के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 238 मरीजों की मौत हो गई। अब तक यहां 28,473 लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं।
इटली में फिर सख्ती, ग्रीस का एक शहर लॉक
यूरोप में अब तक कोरोना के 1,02,66,615 मरीज मिल चुके हैं। जबकि 2,68,330 मौतें हो चुकी हैं। इटली में 24 नवंबर तक मूवी थिएटर, पब्लिक पूल, जिम बंद करने के आदेश दिए गए हैं। ग्रीस में दूसरे सबसे बड़े शहर थेसालोनिकी में दो हफ्ते का लॉकडाउन किया गया है। उधर, अमेरिका में 30 अक्टूबर को एक लाख से ज्यादा मरीज मिलने के बाद अब नए मरीज घटने लगे हैं। यहां पिछले दो दिनों में 87 हजार से कम नए मरीज मिले हैं।