उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसने धराली गांव और उसके आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचाई है। उत्तरकाशी की एसपी सरिता डोभाल ने कहा, “लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और भारतीय सेना की राजपूत राइफल्स के जवान मौके पर मौजूद हैं। चूँकि एक बार फिर भूस्खलन हुआ है।
स्थान: उत्तरकाशी जिले के धराली गांव के पास, हर्षिल क्षेत्र में।
समय: यह घटना दोपहर करीब 1:45 बजे हुई।
प्रभावित क्षेत्र: खीर गंगा नदी का जलग्रहण क्षेत्र।
तबाही और नुकसान:
बाढ़: बादल फटने से खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे पानी और भारी मलबा तेजी से बहने लगा।
जान-माल का नुकसान:
अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
कई लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनके मलबे में दबे होने की आशंका है।
धराली बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है।
कई घर, होटल और होमस्टे बाढ़ की चपेट में आकर बह गए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
पहाड़ी इलाकों में भी मकानों को नुकसान पहुंचा है।
बचाव कार्य:
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ (SDRF), एनडीआरएफ (NDRF), भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुट गई हैं।
रेस्क्यू टीमों को लगातार हो रही बारिश और मलबे के कारण बचाव कार्य में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति पर नज़र बनाए रखने और राहत कार्यों को “युद्धस्तर पर” चलाने का आश्वासन दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से बात कर केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
यह घटना पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड में बादल फटने की कई घटनाओं में से एक है, जो राज्य को मानसून के मौसम में अत्यधिक संवेदनशील बना देती है।