उपराष्ट्रपति का इस्तीफा: विपक्ष का तर्क, इस्तीफा असामान्य

नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफे के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। धनखड़ ने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य समस्याओं का उल्लेख किया है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें दिल से जुड़ी गंभीर समस्या थी जिसका इलाज चल रहा था। हालांकि इस पूरे मामले पर विपक्ष का कुछ और ही कहना है। विपक्ष का आरोप है कि धनखड़ का इस्तीफा जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग के नोटिस को स्वीकार करने से जुड़ा हो सकता है। धनखड़ ने विपक्ष के 63 सदस्यों के हस्ताक्षर वाले इस प्रस्ताव को स्वीकार किया था। विपक्षी दलों का कहना है कि धनखड़ का इस्तीफा असामान्य है और उनसे इस्तीफा दिलवाया गया होगा।

सत्तापक्ष और विपक्ष के 145 सांसदों के हस्ताक्षर
लोकसभा में महाभियोग के नोटिस में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और भाजपा के रविशंकर प्रसाद व अनुराग ठाकुर के साथ-साथ सत्तापक्ष और विपक्ष के 145 सांसदों के हस्ताक्षर से साफ है कि सरकार इस मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाने में काफी हद तक सफल रही है।