कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामा हुआ। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायकों ने सत्र के दौरान “वोट चोर के नारे लगाए, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सक्रिय रूप से शामिल रहीं। टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष को निलंबित कर दिया। भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री के आदेश पर मार्शलों ने घोष पर हमला किया, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि ममता बनर्जी ने “मोदी समुदाय” का अपमान किया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
हंगामे के बाद, शुभेंदु अधिकारी और पाँच अन्य भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया गया।
मुख्यमंत्री के आरोप:
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर बंगालियों के उत्पीड़न पर चर्चा नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा को “भ्रष्ट लोगों की पार्टी” और “वोट चोरों की पार्टी” कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संसद में अपने सांसदों को परेशान करने के लिए सीआईएसएफ का इस्तेमाल करती है। उन्होंने यह कहकर समापन किया कि एक दिन ऐसा आएगा जब विधानसभा में भाजपा का एक भी विधायक नहीं होगा।