आज की तेजी से भागती दुनिया में दिमाग को तेज और एक्टिव रखना बहुत जरूरी है। चाहे स्टूडेंट हों या प्रोफेशनल्स हों, तेज दिमाग हर काम को बेहतर तरीके से करने में मदद करता है। लेकिन हम अक्सर इस तरफ कम ध्यान देते हैं, जिसके कारण हमारा दिमाग कमजोर होने लगता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि दिमाग को तेज बनाने के लिए घंटों मेहनत करने की जरूरत नहीं है। रोज सिर्फ 10 मिनट कुछ खास एक्टिविटीज करके आप अपनी मेंटल पावर को बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं वो 5 आसान तरीके जो आपके दिमाग को शार्प बनाएंगे। कंप्यूटर से भी तेज दौड़ेगा आपका दिमाग, करने होंगे ये काम
पजल सॉल्व करें
पजल सॉल्व करना दिमाग के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। चाहे वह सुडोकू हो, क्रॉसवर्ड हो या कोई लॉजिकल पजल, इन्हें सुलझाने से दिमाग की सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है। इससे आपके दिमाग एक्टिव होता है,प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स इम्प्रूव होती हैं और याददाश्त भी मजबूत होती है। आप खुद देखेंगे कि रोज सिर्फ 10 मिनट पजल सॉल्व करने से आपका दिमाग तेजी से काम करने लगेगा।
मेडिटेशन
मेडिटेशन सिर्फ स्ट्रेस कम करने के लिए ही नहीं, बल्कि दिमाग को शार्प बनाने के लिए भी फायदेमंद है। रोज 10 मिनट का मेडिटेशन आपकी फोकस पावर को बढ़ाता है। इससे आपकी कॉनसनट्रेशन पावर बढ़ती है, मेंटल क्लैरिटी आती है और तनाव कम होता है, जिससे दिमाग बेहतर काम करता है। शुरुआत में सिर्फ 5-10 मिनट मेडिटेशन करके देखें, आप खुद फर्क महसूस करेंगे।
रोज 5 नए शब्द सीखें
भाषा और शब्दों से जुड़ी एक्टिविटीज दिमाग को एक्टिव रखती हैं। रोज सिर्फ 5 नए शब्द सीखने से न सिर्फ आपकी वोकैबुलरी बढ़ेगी, बल्कि आपका दिमाग भी तेज होगा। ऐसा करने से आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स बेहतर होती हैं, याद करने की क्षमता बढ़ती है और नई भाषाएं सीखने में आसानी होती है। इसके लिए आप डिक्शनरी, वर्ड ऑफ द डे ऐप्स या न्यूजपेपर पढ़ सकते हैं।
म्यूजिक सुनें
म्यूजिक सुनना सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी फायदेमंद है। खासकर क्लासिकल म्यूजिक दिमाग की काम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। म्यूजिक सुनने से मूड फ्रेश होता है, क्रिएटिविटी बढ़ती है और याददाश्त मजबूत होती है। इसलिए रोज 10 मिनट शांत वातावरण में म्यूजिक सुनकर आप अपने दिमाग को रिचार्ज कर सकते हैं।
कोई किताब पढ़ें
किताबें पढऩा दिमाग के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। चाहे फिक्शन हो या नॉन-फिक्शन, रोज 10 मिनट किताब पढऩे से दिमाग एक्टिव रहता है। इससे आपकी नॉलेज तो बढ़ती ही है। साथ ही, इमेजिनेशन पावर भी बढ़ती है और सोचने का तरीका बेहतर होता है। अगर आपको लंबी किताबें पढऩे का समय नहीं है, तो छोटी कहानियां या आर्टिकल्स पढक़र भी शुरुआत कर सकते हैं।
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