यूलिप में निवेश करने से लाइफ इंश्योरेंस के साथ बेहतर रिटर्न, टैक्स छूट का भी मिलेगा लाभ

यूलिप प्लान लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी और मार्केट लिंक इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट का कॉम्बिनेशन है

नई दिल्ली। यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी और मार्केट लिंक इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट का कॉम्बिनेशन है। इसके तहत प्रीमियम का एक हिस्सा इक्विटी या डेट फंड में निवेश किया जाता है। अगर आप निवेश के लिहाज से यूलिप के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको इस बारे में बता रहे हैं।

क्या है यूलिप?

एक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, एक ऐसा उत्पाद है जहां बीमा और निवेश लाभ एक साथ मिलता है। इन्हें बीमा कंपनियों द्वारा पेश किया जाता है। जब आप एक प्रीमियम का भुगतान करते हैं, तो इसका एक हिस्सा बीमा कंपनी द्वारा आपको बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है और बाकी का कर्ज और इक्विटी प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए उपयोग किया जाता है।

इसमें रहता है 5 साल का लॉक-इन पीरियड

इस प्रोडक्ट में इंश्योरेंस और इंवेस्टमेंट का कॉम्बिनेशन 5 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आता है। ग्राहकों को रिस्क के हिसाब से लार्ज, मिड या स्मॉल कैप, डेट या बैलेंस्ड इन्वेस्टमेंट में निवेश करने की छूट दी जाती है। इसी के साथ अलग-अलग फंडों में स्विच करने की भी सुविधा मिलती है।

कितना देना होता है शुल्क

किसी भी अन्य वित्तीय उत्पाद की तरह यूलिप में भी कुछ शुल्क लिए जाते हैं। लेकिन इसमें अच्छी बात यह है कि यह शुल्क पिछले कुछ सालों के दौरान आईआरडीएआई द्वारा काफी कम कर दिए गए हैं। यूलिप में चार मुख्य श्रेणी के शुल्क होते हैं – प्रीमियम एलोकेशन चार्ज, फंड मैनेजमेंट चार्ज, पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज और मॉर्टेलिटी चार्ज।

ऑनलाइन मार्केट में यूलिप लॉन्च होने के बाद से प्रीमियम एलोकेशन और पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज नहीं लगाए जाते क्योंकि अब इसमें कोई मध्यस्थ शामिल नहीं है। वहीं, इसके प्लान की परिपक्वता पर निवेशकों को मोर्टेलिटी चार्जेस भी वापस मिल जाते हैं, जिससे यूलिप मुफ्त लाइफ कवर देने वाला एक खास निवेश उत्पाद बनता है। इसके अलावा, अब फंड मैनेजमेंट चार्ज की अधिकतम सीमा 1.35 प्रतिशत प्रति वर्ष कर दी गई है।

फंड्स में बदलाव

बाज़ार की स्थिति के आधार पर अधिकतर इंश्योरेंस कंपनियां अपने निवेशकों को अपनी जमा पूंजी एक फंड से दूसरे फंड में स्थानांतरित करने की सुविधा देती हैं। निवेशक अपनी वित्तीय प्राथमिकताओं और निवेश रणनीति के आधार पर जितनी बार चाहें उतनी बार अपने निवेश वाले फंड्स में बदलाव कर सकते हैं। आप अपने फंड्स में बदलाव पॉलिसी अवधि के दौरान किसी भी वक्त कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए 2000 से 5000 रुपए तक शुल्क लिया जाता है।

मिलता है टैक्स छूट का लाभ

यूलिप में किए गए निवेश में भी सेक्शन 80सी के तहत 1.5 रुपए तक टैक्स छूट का लाभ ले सकते हैं। इस उत्पाद में टैक्स बचत वाकई में एक बड़ा लाभ है क्योंकि भुगतान किये गये प्रीमियम पर आपको टैक्स छूट मिलती है। बीते 5 सालों में ज्यादातर बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों ने इस पर 10 फीसदी का रिटर्न दिया है। कई लोगों का मानना है कि यूलिप एक लाइफ कवर प्रोडक्ट के तौर पर कुछ खास नहीं है क्योंकि इंश्योरेंस अमाउंट प्रीमियम अमाउंट प्रीमियम का 10-15 गुना तक ही सीमित है। 1 करोड़ कवर वाले यूलिप प्लान का प्रीमियम 2-3 लाख होगा, वहीं 1 करोड़ के कवर वाले टर्म प्लान का प्रीमियम 7000-8000 होगा।