चीन से एक और बुरी खबर : चीन में आया एमपॉक्स, जानें कितना खतरनाक और इसके लक्षण

कोरोनावायरस चीन एमपॉक्स
कोरोनावायरस चीन एमपॉक्स

कोरोना महामारी के बाद अब चीन में और एक बीमारी कहर बरपा रही है। हाल ही में सामने आई जानकारी के मुताबिक चीन में अब एमपॉक्स तेजी से फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, 5 मई को खत्म हुए हफ्ते से लेकर 21 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते के बीच यहां एमपॉक्स के 315 मामले सामने आए। एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस की एक प्रजाति है।

क्या है एमपॉक्स?

वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो जीनस ऑर्थोपॉक्सवायरस की एक प्रजाति है।  क्या है एमपॉक्स?
क्या है एमपॉक्स?

एमपोक्स मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से होता है। मंकीपॉक्स का संबंध ऑर्थोपॉक्सवायरस परिवार से है, जो चेचक की तरह दिखाई देता है। इसमें वैरियोला वायरस भी शामिल है।

एमपॉक्स के लक्षण क्या है?

एमपॉक्स के लक्षण क्या है?
एमपॉक्स के लक्षण क्या है?

एमपॉक्स होने पर इसके संकेत और लक्षण आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर दिखाई देना शुरू होते हैं, लेकिन एक्सपोजर के 1-21 दिनों के बाद शुरू हो सकते हैं। लक्षण आम तौर पर 2-4 सप्ताह तक रहते हैं, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले किसी व्यक्ति में यह ज्यादा समय तक रह सकते हैं। एमपॉक्स के सामान्य लक्षण निम्न हैं:-

  • रैश
  • बुखार
  • गला खराब होना
  • सिर दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पीठ दर्द
  • लो एनर्जी
  • सूजे हुए लिंफ नोड्स

कैसे फैलता है एमपॉक्स?

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेशन( सीडीसी) के मुताबिक यह वायरस संक्रमित जानवर या व्यक्ति के शरीर से निकले फ्लूइड के संपर्क में आने, संक्रमित जानवर के काटने, छूने आदि कारणों से फैलता है। यह खासकर, चूहों, गिलहरियों और बंदरों से ज्यादा फैलता है। इसके अलावा यह संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने से भी फैलता है।

एमपॉक्स से कैसे करें बचाव

  • संक्रमित जानवरों विशेषकर बीमार या मृत जानवरों के संपर्क में आने बचें।
  • संक्रमित व्यक्ति के दूषित बिस्तर और अन्य सामग्रियों के संपर्क में आने से बचें।
  • उन सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से पकाएं, जिनमें जानवरों का मांस या भाग शामिल हों।
  • अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
  • ऐसे लोगों के संपर्क से बचना, जो वायरस से संक्रमित हैं।
  • असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें।
  • ऐसा मास्क पहनें जिससे आपका मुंह और नाक ढक जाए।
  • बार-बार छुई जाने वाली सतहों को सैनिटाइज करें।
  • वायरस से संक्रमित लोगों की देखभाल करते समय पीपीई का उपयोग करें।

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