खाना खाने या कोई भी पेय पदार्थ लेने के बाद उसे निगलने में परेशानी होना और निगलने के बाद उस फूड का अंदर पेट तक पहुंचते हुए अजीब-सी चुभन के साथ नीचे जाना. यह समस्या लगभग हर इंसान को कभी ना कभी जरूर होती है. इस समस्या को मेडिकल की भाषा में डिस्फेजिया कहते हैं. कुछ लोगों को यह समस्या होकर कुछ ही दिन में ठीक हो जाती है जबकि कुछ को दवाओं की जरूरत पड़ती है. हालांकि कुछ केसेज में यह समस्या रह-रहकर वापस होने लगती है. यहां इसके कारणों और उपचार के बारे में जानें…
अचलासिया कार्डिया बीमारी क्या है
अचलासिया कार्डिया होने पर फूड पाइप खाना और तरल पदार्थ को पेट में नहीं ले जा पाती। फूड पाइप एक ट्यूब जो खाने को गले से पेट तक ले जाती है। इस बीमारी में पेट के निचले हिस्से से फूड पाइप बंद हो जाती है। अचलासिया की स्थिति फूड पाइप में क्षतिग्रस्त नसों से संबंधित है। इसका प्रभाव मरीज की पूरी बॉडी पर पड़ता है। इस बीमारी की चपेट में आने पर खाना पीना ठीक से नहीं हो पाता है। इससे पेट से जुड़ी परेशानियां बढऩे लगती हैं।
अचलसिया के लक्षण क्या हैं?
- निगलने में परेशानी होना
- निगलने वाला भोजन फिर से मुंह में वापस आना
- रात में खांसी
- छाती में जलन
- खाने में कठिनाई के कारण वजन कम होना
- डकार लेने में परेशानी
- अचलसिया से बचने के उपाय
- अचलासिया को किसी भी तरह से रोका नहीं जा सकता। हालांकि जीवनशैली में कुछ बदलाव से
- अचलसिया राहत मिल सकती है।
- इस समस्या से राहत पाने के लिए सोने से ठीक पहले ठोस खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
- रात में या जब भी आप सोए तो सिर को ऊंचा करके सोएं।
- खाना खाते समय भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में कर खाएं।
- खाना खाते समय सीधा बैठें।
- अचलसिया कार्डिया का इलाज
- अचलसिया कार्डिया बीमारी की पहचान के लिए अपर जीआई एंडोस्कॉपी कराई जाती पॉइम प्रॉसेस से इस बीमारी का इलाज किया जाता है। यह एक तरह की सर्जरी होती है।
यह भी पढ़ें : केंद्र सरकार ने गांव में शहरों जैसी सुविधाएं दीं : नरेंद्र मोदी