अगर आप फिटनेस की शुरुआत आसान और असरदार तरीके से करना चाहते हैं, तो वॉल सिट्स आपके लिए परफेक्ट हैं। रोज़ सिर्फ 15 वॉल सिट्स करने से न केवल आपके पैर और कोर मसल्स मजबूत होंगे, बल्कि बैलेंस, स्टैमिना और पॉश्चर में भी गजब का सुधार दिखेगा। ये है असली फिटनेस का स्मार्ट फॉर्मूला!
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वॉल सिट्स से मजबूत बनते हैं पैरों और कोर मसल्स, फिटनेस की मजबूत नींव।
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हर दिन 15 वॉल सिट्स से बढ़ता है स्टैमिना, बैलेंस और फोकस।
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बिना जिम जाए, घुटनों और पॉश्चर में आता है जबरदस्त सुधार।
अगर आप जिम नहीं जा पाते और फिर भी फिट रहना चाहते हैं, तो वॉल सिट्स एक आसान और असरदार विकल्प है। इसकी खासियत यह है कि इसमें किसी इक्विपमेंट की जरूरत नहीं होती और इसे आप कहीं भी कर सकते हैं – बस एक दीवार चाहिए।
इस सिंपल एक्सरसाइज को करते हुए जब आप दीवार से टेक लगाकर स्क्वैट पोजिशन में बैठते हैं, तो आपकी जांघों की मांसपेशियां, हिप्स और पेट के मसल्स एक्टिव हो जाते हैं। यही वजह है कि ये मूवमेंट पूरे निचले शरीर को टोन करता है और कोर की ताकत को बढ़ाता है।
वॉल सिट्स करने से घुटनों की स्टेबिलिटी में सुधार होता है, जिससे उम्र बढ़ने के बाद भी चलने-फिरने में परेशानी नहीं होती। साथ ही रीढ़ की हड्डी सीधी रखने की आदत भी बनती है, जो बेहतर पोस्चर के लिए जरूरी है।
अगर आप रोज़ाना सिर्फ 5 से 7 मिनट वॉल सिट्स को दें, तो न सिर्फ समय की बचत होती है, बल्कि शरीर में स्टैमिना और मसल एंड्यूरेंस भी धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।
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यह एक्सरसाइज सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक रूप से भी फायदा पहुंचाती है। जब आप एक ही पोजीशन में कुछ देर टिकते हैं, तो मानसिक फोकस बढ़ता है और एकाग्रता में सुधार होता है।
कैलोरी बर्न करने के मामले में भी वॉल सिट्स किसी डाइनामिक वर्कआउट से कम नहीं। यह कम समय में ज्यादा असर देने वाला तरीका है, जो फैट लॉस में भी मदद करता है।
तो अगली बार जब आप सोचें कि फिटनेस की शुरुआत कैसे करें, तो याद रखें – सिर्फ 15 वॉल सिट्स से न केवल पैर और कोर मजबूत होंगे, बल्कि फिटनेस की राह पर आपका पहला कदम भी मजबूती से बढ़ेगा।