
लन्दन। आखिरी चरण में पार्टी के सदस्यों के मतदान के बाद भारतीय मूल के ऋषि सुनक अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नज़र नहीं आ रहे हैं। यानि लिज़ ट्रस की जीत पक्की मानी जा रही है। लिज़ ट्रस ब्रिटेन को नई प्रधान मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने एक ऐसा बयान दिया है जिसे नतीजों की घोषणा से पहले उनके हार को स्वीकार करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. कई चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि सुनक को भी लगता है कि टोरी नेतृत्व का चुनाव जीतने के लिए उन्हें पर्याप्त वोट नहीं मिले होंगे।
ब्रिटेन में लंबी राजनैतिक उठा-पटक के बाद नया प्रधानमंत्री (New PM) मिलने जा रहा है। विवादों में घिरने के बाद बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद कंजर्वेटिव पार्टी के नए नेता की दौड़ में ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और लिज ट्रस (Liz Truss) आखिरी चरण में पहुंचे थे। आखिरी चरण में पार्टी के सदस्यों के मतदान के बाद भारतीय मूल के ऋषि सुनक अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नज़र नहीं आ रहे हैं। यानि लिज़ ट्रस की जीत पक्की मानी जा रही है। लिज़ ट्रस ब्रिटेन को नई प्रधान मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
कौन है लिज़ ट्रस
सात साल की उम्र में लिज़ ट्रस ने अपने स्कूल में एक मॉक इलेक्शन के दौरान ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर का किरदार निभाया था।

थैचर ने 1983 में बड़े बहुमत से जीत हासिल की थी, ट्रस वो नहीं कर पाईं. इसके बारे में बात करते हुए कई सालों बाद ट्रस ने कहा, “मैंने मौके का फ़ायदा उठाते हुए, एक भावनात्मक भाषण दिया, लेकिन मुझे एक भी वोट नहीं मिला. मैंने खुद को भी वोट नहीं किया था। ” 39 सालों के बाद उन्हें आयरन लेडी थैचर के पदचिह्नों पर चलने का मौका मिल सकता है, उन्हें कंजर्वेटिव पार्टी का नेता और देश का प्रधानमंत्री बनने का मौका मिल सकता है।
पार्टी के सांसदों के वोटिंग के पांचों राउंड में उन्होंने पूर्व चांसलर ऋषि सुनक को पीछे छोड़ दिया. जानकार उन्हें विजेता बता रहे हैं। उन्होंने अलग-अलग सीटों में कई एसोसिएशन से अच्छे संबंध बनाए हैं।
लिज़ ट्रस के बारे में जानकारियां
उम्र:47
जन्म का स्थान: ऑक्सफ़ोर्ड
घर: लंदन और नॉरफ़ॉक
पढाई: राउंड हे स्कूल, लीड्स, ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय
परिवार : अकाउन्टेंट ह्यूग ओ लैरी से शादी, दो किशोरियों की मां
संसदीय क्षेत्र: साउथ वेस्ट नॉरफ़ॉक
लिज़ ट्रस को हारना बिल्कुल पसंद नहीं था…
जब ट्रस पांच साल की थीं, तब उनका परिवार ग्लासगो के पास पैसले में शिफ़्ट हो गया।
बीबीसी रेडियो फ़ोर से बात करते हुए उन्होंने बताया था कि उनके भाई और परिवार को बोर्ड गेम्स खेलना पसंद था, लेकिन किशोरावस्था में ट्रस को हारना बिल्कुल पसंद नहीं था और वो हारने से बेहतर भाग जाना पसंद करती थीं।
इसके बाद उनका परिवार लीड्स चला गया जहां उन्होंने राउंडहे सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। उनके मुताबिक़ इस दौरान उन्होंने “फ़ेल होते और उम्मीदों के तले दबे बच्चों को देखा है। ”
लेकिन ट्रस के साथ वहां पढ़ने वाले कुछ लोग इसे सही नहीं मानते, इनमें गार्डियन के पत्रकार पेंगली शामिल हैं।
उन्होंने लिखा है, “वो अपने बड़े होने के समय की चुनिंदा घटनाओं को बताती हैं, और बहुत आराम से अपने स्कूल और वहां के शिक्षक जिन्होंने उनके पालन-पोषण में मदद की, उन्हें अपने राजनीतिक फ़ायदे के लिए नीचा दिखाती हैं।
ट्रस ने ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में फ़िलॉसफ़ी, राजनीति और अर्थशास्त्री की पढ़ाई की और वो छात्र राजनीति में काफ़ी सक्रिय थीं। शुरुआत में वो लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी में थीं।
साल 1994 में पार्टी के कॉन्फ़्रेंस में बोलते हुए उन्होंने राजशाही को ख़त्म करने के पक्ष में भाषण दिया था।
उन्होंने कहा था, “हम लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए समान मौके के पक्षधर हैं. हम नहीं मानते कि कुछ लोगों का जन्म ही राज करने के लिए हुआ है। ”