
अपने बुलदं हौंसले का परिचय दिया और आंसुओं के सैलाब को रोकते हुए उन्हें भावभीनी और मार्मिक विदाई दी
नई दिल्ली। हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस विपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका सहित वीरगति को प्राप्त हुए सेना से जुड़े 13 लोगों में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर भी शामिल हैं। ब्रिगेडियर लिड्डर को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान उनकी पत्नी गातिका लिड्डर और उनकी बेटी अहाना लिड्डर ने भी अपने बुलदं हौंसले का परिचय दिया और आंसुओं के सैलाब को रोकते हुए उन्हें भावभीनी और मार्मिक विदाई दी।
गीतिका लिड्डर पालम एयरपोर्ट पर अपने पति को श्रद्धांजलि देने पहुंची थीं। हर किसी की नजरें उनकी पत्नी और बेटी पर थीं, जिनके आंसू गिरते रहे और वे श्रद्धांजलि देती रहीं। पत्नी ने ताबूत को चूमा, फूल अर्पित किए और देर तक उससे लिपटी रहीं। फिर जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले लिड्डर के शव पर रखे तिरंगे को जब उन्हें सौंपा गया था तो सिर झुकाकर उसे माथे लगाया और देर तक रोती रहीं। बेटी अहाना और पत्नी को छोड़कर गए लिड्डर का हाल ही में मेजर जनरल के पद पर प्रमोशन होने वाला था, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद खबर देश और उनके परिजनों को सुनने को मिली। डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह भी इस दौरान ब्रिगेडियर के परिवार को सांत्वना देते और ढांढस बंधाते नजर आए।
ब्रिगेडियर के अलावा आज ही सीडीएस जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत का भी अंतिम संस्कार होना है। इससे पहले उनके शवों को घर ले जाया गया है, जहां आम लोग, सैन्यकर्मी एवं अन्य हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।
इसके अलावा कई अन्य सैनिकों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक घरों में ही किया जाना है। इसकी वजह यह है कि सैनिकों के परिजनों ने अपने बेटों को अपने पैतृक स्थान पर ही अंतिम विदाई देने का फैसला लिया है। इन सभी के शवों को हेलिकॉप्टर के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा।