बाघ परियोजना सरिस्का की जिला स्तरीय इम्पलीमेंटिग कमेटी की बैठक आयोजित

अलवर
जिला कलक्टर आनन्दी की अध्यक्षता में आज बाघ परियोजना सरिस्का की जिला स्तरीय इम्पलीमेंटिग कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक आयोजित कर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरिस्का से बर्डोद रून्ध (बहरोड) व मौजपुर (लक्षमणगढ) विस्थापित परिवारों को केन्द्र व राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं से जोडकर संबंधित अधिकारी अपने-अपने विभागों की योजनाओं से लाभान्वित करवाएं। जिला कलक्टर ने समस्त उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाघ परियोजना सरिस्का क्षेत्रा में 9 गांव व ग्वाडों के 216 परिवारों को अन्यत्रा विस्थापित किए जाने की योजना है। इसलिए उपखण्ड अधिकारी इनके विस्थापित हेतु भूमि का चिन्हिकरण कर एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

उन्होंने सहायक निदेशक पशुपालन को निर्देशित किया कि बर्डोद व मौजपुर रून्ध में विस्थापित परिवारों के पशुधन का टीकाकरण करवाये। उन्होंने सहायक निदेशक कृषि को निर्देशित किया कि कृषि विभाग से संबंधित अपना गांव खेत योजना के तहत विस्थापित परिवारों को लाभान्वित करवाए। जिला कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि बर्डोद व मौजपुर में विस्थापित परिवारों के बच्चों को पालनहार योजना से लाभान्वित करवाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विस्थापित परिवारों के राशन कार्ड, पहचान पत्रा, आधार कार्ड में यदि कोई त्राुटि है तो उसे ठीक करवाए तथा नए नाम नहीं जोडे जाये।

उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देशित किया कि थानागाजी तहसील ग्राम कानपुरा लॉज को नरेगा योजना में प्रस्ताव लेकर ग्रेवल सडक मार्ग से जोडा जावे। उन्होंने निर्देशित किया कि विस्थापित परिवारों को राजस्थान कौशल विकास निगम लि. (आरएसएलडीसी) के माध्यम से उनके कौशल विकास एवं रोजगारोन्मुखी कार्यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराये जाने के संबंध में कार्य योजना बनाऐं।

बैठक में क्षेत्रा निदेशक सरिस्का आर.एन मीना ने बताया कि सरिस्का क्षेत्रा में स्थित गांवों को युद्ध स्तर पर अन्यत्रा विस्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम रामचरण शर्मा, डीएफओ सरिस्का सुदर्शन शर्मा व डीएफओ अलवर अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।