लंदन में मिर्ची बड़ा फेस्ट ने मचाई धूम, राजस्थान एसोसिएशन यूके कर रहा है कई सेवा कार्य

Rajasthan Association UK-Mirchibada Fest
Rajasthan Association UK-Mirchibada Fest

मानव शरीर मन बुद्धि और इन्द्रियों द्वारा आसक्ति को त्याग कर आत्मशुद्धि के लिए कर्म करता है। ऐसा ही कुछ राजस्थान एसोसिएशन यूके पिछले कुछ दिनों #COVID19 के दौरान किया है। अब चाहे वो फंसे हुवे (भारतीय विद्यार्थी हो, कोरोना संक्रमित परिवार या वृद्धाश्रम के वृद्ध हो) के लिए ठहरने की व्यवस्था हो, खाने की या राशन सामग्री की  व्यवस्था करना ।

राजस्थान एसोसिएशन यूके ने लंदन में मिर्चीबड़ा फेस्ट आयोजित किया

अभी जब इंगलैंड सरकार ने #lockdown में थोड़ी रियायत (पहला फेज) और फुल रोड मैप दिया है, तो उसी के उत्साहवर्धन के लिए #RAUK ने मिर्चीबड़ा फेस्ट” आयोजन किया है और इसे माध्यम बनाया अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुवे धन्यवाद् करने के लिए जिन्होंने इस  #COVID19 के समय प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप में सहायता करी है वो चाहे आर्थिक रूप से धन, राशन सामग्री  देकर या जरुरतमंद के सहायता करके । अब वो चाहे डोनेशन देके हो या ज़रूरतमंद के सहायता करके । 

UK-Mirchibada Fest

इसी पुरे फेस्ट में हाईलाइट मिर्चीबड़ा बॉक्स तैयारी की प्रक्रिया को शुद्ध और स्वच्छ तरीके से इनहॉउस तैयार किया गया था। इसको राजस्थान एसोसिएशन यूके ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव भी किया था।  

राजस्थान एसोसिएशन यूके ने फेस्ट अपने फेसबुक पेज पर लाइव भी किया

राजस्थान नाम ही चेहरों पर एक तेज और ख़ुशी के भाव लाता हैं और यदि वो 4500 मील दुर राजस्थान की अपणायत और स्वाद का संगम लेकर आये तो आप विचार कर सकते है कि कितनी उमंग और उत्साह राजस्थान एसोसिएशन यूके ने प्रवासी राजस्थानी और भारतीयों इस #COVID19 के तनाव ग्रस्त में प्रदान की है ।

जैसे ही राजस्थान एसोसिएशन यूके ने फेसबुक पेज पर इस मिर्चीबड़ा फेस्ट के पोस्ट किया सभी राजस्थानी परिवारों मैं ज़बरदस्त उत्साह देखने को मिला और देखते ही देखते सेकड़ो राजस्थानी परिवारों मैं इससे रजिस्ट्रेशन कराया ।

Rajasthan Association UK-Mirchibada Fest-london

इस पूरे महोत्सव में सबका जुड़ाव और उत्साह देखते ही बना और ये इस बात से जाहिर होता की रात को 2 बजे वॉलेंटेर ग्रुप वो मिर्ची लेने ये के इंटरनेशनल मार्किट जाते है जिससे सभी राजस्थानिओ को वही जोधपुर का स्वादित मिर्चीबड़े खिला सके तो वो कभी राजस्थान मैं खाते थे।

राजस्थान एसोसिएशन यूके ने फेसबुक पेज पर इस मिर्चीबड़ा फेस्ट के पोस्ट

मिर्ची सेलेक्ट होने के बाद शुरू होता यही इसको बनाने को प्रोसेस जिसने कुछ सेल्फ वॉलेंटेर ग्रुप मिल के पूरे प्रॉटेक्टिव गियर्स के साथ इससे बनाने मैं जुटे जाते है राजस्थान के काफी लोग यहाँ फूड इंडस्ट्री मैं है। इससे पुरे प्रोसेस को लीड करते हुवे हमारे मास्टरशेफ रवि जी, आनंद जी ,प्रेम जी, राजीव जी, नरेंद्र जी बहुत जी ज़बरदस्त काम किया।

अब जब राजस्थान की बात हो और कुछ मीठा न ऐसा तो हो नहीं सकता, तो इस स्पेशल बॉक्स के लिए मीठी बून्दी के पैकेट भी तैयार करे गए और कुछ अजवाइन के परांठे। 

सेकड़ो राजस्थानी परिवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया

यह प्रेम से सरोबार मिर्चीबड़े, मीठी बून्दी और अजवायन के परांठे पुरे लंदन और इसके आस पास के शहर ऑक्सफ़ोर्ड, कैंब्रिज, सविनडन, स्लॉ, विंडसर, कोलचेस्टर, केंट, क्रोयडन इत्यादि में  भी वितरीत  किये गए, इस पूरे डिस्ट्रीब्यूशन प्रोसेस को लीड करते हुवे  राजीव जी, सातू काबरा जी, अजय जी, अमित जी, जीतू जी, आलोक जी, सुरेश जी, गौरव जी , आलोक जी, दिलीप जी साथ 20 और  वॉलेंटेर ने 250 से भी ज्यादा परिवारों को ये खुशी का बॉक्स सफलतापूर्वक पहुंचाया। जिसने भी ये मिर्ची बड़ा खाया वो इससे स्वाद की चर्चा किये बिना रहे न सका और हमारे #RAUK फेसबुक पेज पे बहुत से पॉजिटिव फीडबैक आये।

इस पूरे #covid19 के जो राजस्थान एसोसिएशन ने किया है वो काफी प्रशंसनीय है। राजस्थान एसोसिएशन यूके ने समाज और देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुवे, ऐसे सभी व्यक्ति, परिवार और संस्थाओं की हर संभव सहायता निष्काम भाव से करना शुरू किया। इस निष्काम भाव सेवा मैं अन्य संस्थाओं जैसे माहेश्वरी महासभा यूके, अक्ष्यपात्रा फाउंडेशन ने खुले हृदय से सहयोग किया।

राजस्थान एसोसिएशन यूके ने लगभग 3,950 से ज्यादा खाने की टिफिन वितरीत किये

राजस्थान एसोसिएशन यूके ने लगभग 3,950 से ज्यादा खाने की टिफिन और 400 से ज्यादा राशन सामग्री (20 किलो – दाल, चावल, आटा , पास्ता, आलू , प्याज़ , बिस्किट और मसाले ) के थैले ज़रुरतमंदो को जैसे विद्यार्थी , कोरोना से संकर्मित परिवार, वृद्धाश्रम और अस्पताल में वितरीत किये तथा इसी के साथ कम्युनिटी को व्यस्त रखने के लिए राजस्थानी कलाकार कवि, गायक, लेखक इत्यादि के लाइव शो राजस्थान Facebook/YouTube पेज  पर शुरू किए , राजस्थानी बच्चों  के लिए सँस्कृत , हिंदी एवं राजस्थानी भाषा की नियमित ऑनलाइन सेशंस शुरू किये है।