
नई दिल्ली। भारत-सिंगापुर के बीच मंगलवार से धन का आदान-प्रदान आसान हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसीन लूंग वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) और सिंगापुर के पे नाऊ के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी की शुरुआत के साक्षी बने। इस सुविधा की शुरुआत सिंगापुर में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर के प्रबंध निदेशक रवि मेनन ने की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच साल पहले उन्होंने सिंगापुर में ही कहा था कि फिनटेक इनोवेशन और युवा ऊर्जा में विश्वास का बहुत बड़ा उत्सव है। फिनटेक और डिजिटल क्रांति में भारत की सफलता की अगुवाई हमारे तकनीकी रूप से दक्ष युवा ही कर रहे हैं। हजारों भारतीय स्टार्टअप फिनटेक क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं और यही कारण है कि रीयल-टाइम भुगतान में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की ताकत से हम कोविड के दौरान करोड़ों लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर कर पाए।