
जयपुर। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र (लो-प्रेशर सिस्टम) ने गुजरात की सीमा पर पिछले 20 दिनों से रुके मानसून को गति दे दी है। मानसून अब राजस्थान की सीमा पर पहुंच चुका है और मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार या गुरुवार तक यह राज्य में प्रवेश कर जाएगा।
इससे पहले प्रदेश में प्री-मानसून की तेज बारिश ने कई जिलों में जनजीवन को प्रभावित किया। मौसम विभाग ने बुधवार को राजस्थान के 28 जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
मंगलवार को भरतपुर जिले के बयाना में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई। वहीं डीग क्षेत्र में बिजली गिरने से 8 वर्षीय एक बालक की मौत हो गई और उसका मित्र झुलस गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करौली जिले के नादौती उपखंड के धौलेटा गांव में मंगलवार सुबह करीब 4 बजे तेज आंधी के कारण 11 केवी हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर घरेलू सिंगल फेस लाइन पर गिर गया। इससे कई घरों में हाई वोल्टेज करंट दौड़ गया। लोहे के पलंग पर सो रहे सात लोग करंट की चपेट में आ गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
राजधानी जयपुर में मंगलवार देर शाम तक 37 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। मालवीय नगर सेक्टर-9 स्थित गिरधर मार्ग पर राजस्थान हाउसिंग बोर्ड कार्यालय के सामने सड़क का एक हिस्सा बारिश के कारण धंस गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार, नाले की दीवार तोड़कर कचरा फेंके जाने और जलभराव के चलते सड़क के नीचे से मिट्टी बह गई है, जिससे अब बची हुई सड़क भी कभी भी धंस सकती है।
मंगलवार को पूर्वी राजस्थान के अलवर, सीकर, झुंझुनूं और चूरू जिलों में 10 से 60 मिमी तक बारिश दर्ज की गई, जिससे खरीफ की बुआई की तैयारी कर रहे किसानों को राहत मिली है। पिछले 24 घंटे में चूरू, सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर और अजमेर सहित पूर्वी राजस्थान के अधिकांश जिलों में 1 से 3 इंच तक वर्षा हुई है।
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