
राजस्थान में एसडीआरएफ अलर्ट मोड़ पर, 32 जिलों में 57 टीमें तैनात
जयपुर । प्रदेश में मानसून को देखते हुए प्रशासन ने बचाव व राहत कार्यों के लिए प्रयास शुरु कर दिए हैं। भारी वर्षा के चलते पानी के तेज बहाव व बाढ़ की स्थिति को नियंत्रण के लिए तैयारियां शुरु की हैं। बाढ़ और जलभराव से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ ने कमर कस ली है।
राज्य आपदा प्रतिसाद बल ने शुक्रवार को 57 विशेष रेस्क्यू टीमों को आपदा राहत उपकरणों से लैस कर राज्य के 32 संभावित बाढ़ प्रभावित जिलों के लिए रवाना कर दिया है। यह कदम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राज्य आपदा प्रतिसाद बल के कमांडेंट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि मानसून के दौरान अत्यधिक वर्षा से जलभराव, नदियों और जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में एसडीआरएफ की टीमें लोगों को बचाने और फंसे हुए नागरिकों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। एसडीआरएफ का आदर्श वाक्य “आपदा सेवार्थ कटिबद्धता” है, जिसे उनकी टीमें पूरी तरह से चरितार्थ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वर्ष 2018 से 2024 तक एसडीआरएफ ने विभिन्न बाढ़ आपदाओं के दौरान कुल 424 रेस्क्यू ऑपरेशन सफलतापूर्वक चलाए हैं, जिनमें 12,995 लोगों की जान बचाई गई। 7 वर्षों में जयपुर स्थित ए कंपनी ने 22 रेस्क्यू ऑपरेशन कर 754, कोटा स्थित बी कंपनी ने 146 ऑपरेशन में 6218, भरतपुर स्थित सी कंपनी ने 55 ऑपरेशन में 2646, उदयपुर स्थित डी कंपनी ने 13 ऑपरेशन कर 106, अजमेर स्थित ई कंपनी ने 50 ऑपरेशन कर 406, जोधपुर स्थित एफ कंपनी ने 65 ऑपरेशन कर 643, बीकानेर स्थित जी कंपनी ने 43 ऑपरेशन कर 612 और जयपुर स्थित एच कंपनी ने 30 ऑपरेशन कर 1610 लोगों की जिंदगियां बचाई है।
एसडीआरएफ की इन टीमों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है और वे अत्याधुनिक आपदा राहत उपकरणों से सुसज्जित हैं। कमांडेंट सिसोदिया ने सभी रेस्क्यू टीमों को स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का सख्ती से पालन करने, पूर्ण कौशल और क्षमता के साथ बचाव कार्य करने और नागरिकों के जीवन को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।
इस अवसर पर नागरिक सुरक्षा विभाग के निदेशक जगजीत सिंह मोगा, आपदा प्रबंधन विभाग, जयपुर के संयुक्त सचिव भगवत सिंह और नागरिक सुरक्षा जयपुर के कमांडेंट इन्द्रमल सहित राज्य आपदा प्रतिसाद बल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इन 57 टीमों को जयपुर ग्रामीण (04), जयपुर आयुक्तालय (03), अलवर (01), दौसा (01), कोटा शहर (02), बारां (02), झालावाड़ (02), भरतपुर (04), धौलपुर (02), करौली (02), सवाईमाधोपुर (02), उदयपुर (02), अजमेर (03), भीलवाड़ा (02), टोंक (02), जोधपुर (03), बीकानेर (02), बांसवाड़ा (02) सहित कुल 32 जिलों में तैनात किया गया है