टेक्सास में भीषण बाढ़ से 100 से अधिक मौतें, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जताया शोक

टेक्सास में भीषण बाढ़
टेक्सास में भीषण बाढ़

न्यूयॉर्क/टेक्सास — अमेरिका के टेक्सास राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ ने अब तक 100 से अधिक लोगों की जान ले ली है, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। इस भयावह त्रासदी पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया, “महासचिव गुटेरेस टेक्सास में बाढ़ के कारण हुए जानमाल के भारी नुकसान से अत्यंत दुखी हैं, विशेष रूप से बच्चों की बड़ी संख्या में हुई मौतें अत्यंत पीड़ादायक हैं। यह दुखद घटना उस समय हुई जब वहां हॉलिडे वीकेंड का उत्सव मनाया जा रहा था।”

गुटेरेस ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई है और टेक्सास के नागरिकों तथा अमेरिकी सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त की है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र: कैर काउंटीस्थानीय अधिकारियों के अनुसार, कैर काउंटी सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां 84 मौतें दर्ज की गई हैं — इनमें 56 वयस्क और 28 बच्चे शामिल हैं।

काउंटी शेरिफ ऑफिस ने बताया कि अब तक 22 वयस्कों और 10 बच्चों की पहचान नहीं हो सकी है।
समर कैंप बना त्रासदी का केंद्रकैंप मिस्टिक, जो एक ईसाई लड़कियों का समर कैंप है, इस आपदा में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ।

कैंप प्रशासन ने बताया कि कम से कम 27 लड़कियां और स्टाफ सदस्य बाढ़ में मारे गए हैं, जबकि 10 लड़कियां और एक कैंप काउंसलर अब भी लापता हैं।

70 वर्षीय कैंप निदेशक रिचर्ड ईस्टलैंड ने बच्चों को बचाने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। कैंप मिस्टिक ने एक बयान में कहा, “हमारे दिल उन सभी परिवारों के साथ टूटे हुए हैं जो इस भयावह नुकसान से गुजर रहे हैं।”

राहत अभियान जारी, लेकिन उम्मीदें धुंधलीबीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राहत एवं बचाव दल कीचड़ और मलबे से भरे नदी किनारों पर खोज अभियान चला रहे हैं। हालांकि, लगातार बारिश और तूफानों की आशंका के चलते बचाव कार्य कठिन हो गया है। त्रासदी को चार दिन बीत चुके हैं, जिससे जीवित बचे लोगों के मिलने की उम्मीदें कम होती जा रही हैं।

राजनीतिक बयान और स्पष्टीकरणकुछ रिपोर्टों में कहा गया कि नेशनल वेदर सर्विस (NWS) के बजट में कटौती के कारण चेतावनियाँ समय पर नहीं मिल पाईं। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। वहीं, NWS ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में और तूफान आने की आशंका है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।

यह भी पढ़े : चातुर्मास आत्मशुद्धि और नैतिक जागृति का विशेष काल: राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े