मां को टिकट, बेटा बेटिकट

वरुण गांधी
वरुण गांधी

पीलीभीत से वरुण गांधी आउट, सुल्तानपुर से मेनका का नाम

अब क्या करेंगे गांधी परिवार के बेटे

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने होली के दिन गांधी परिवार के बेटे वरुण गांधी का पीलीभीत से टिकट काट दिया। उनके स्थान पर उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया गया है। ऐसे में वरुण गांधी के लिए अब आगे की राह क्या होगी? क्या वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर गांधी परिवार के साथ आकर कांग्रेस से जुड़ेंगे?

तैयार तो पूरी थी

बताया जा रहा है कि वरुण गांधी ने तो चुनाव लडऩे की पूरी तैयारी कर रखी थी। उन्होंने अपने सहयोगी के जरिए नामांकन पत्र के चार सेट भी खरीद लिए थे। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं तक यह मैसेज भी पहुंचा दिया था कि हर गांव से दो चारपहिया और 10 दोपहिया वाहन तैयार रखें। लेकिन जितिन के नाम के ऐलान के बाद परिदृश्य बदल गया है।

विरोध करेंगे तो मां को नुकसान

भाजपा ने एक तीर से दो शिकार वाली रणनीति अपनाई है। जिस दिन पीलीभीत से उम्मीदवार का ऐलान किया गया उसी दिन सुल्तानपुर सीट पर भी वरुण की मां मेनका गांधी के नाम का ऐलान किया गया ऐसे में अब अगर वरुण पार्टी का विरोध करते हैं तो सुल्तानपुर सीट पर उलटा असर पड़ेगा। क्योंकि पीलीभीत में पहले चरण में और सुल्तानपुर में चौथे चरण में मतदान होना है।

सोशल मीडिया पर सलाह

टिकटों के ऐलान में बाद सोशल मीडिया पर लोग वरुण को अलग-सलाह भी दे रहे हैं। एक तरफ जहां उनसे कहा जा रहा है कि वे निर्दलीय चुनाव में उतरकर पार्टी को अपनी पकड़ दिखाएं वहीं दूसरी ओर एक तबका है तो उन्हें अपनी पारिवारिक पार्टी कांग्रेस में जाकर चुनाव लडऩे की सलाह दे रहा है।

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